धोनी की खराब बल्लेबाजी से खफा मंत्री बाबुल सुप्रियो ने संन्यास लेने की सलाह दी. अपने पसंदीदा मैदान विशाखापत्तन में भी वेस्टइंडीज के खिलाफ बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहे.
धोनी ने इस मैच में सिर्फ 20 रन बनाए और ओबेद मैक्कॉय की गेंद पर बोल्ड हो गए.धोनी के इस प्रदर्शन से आम क्रिकेट फैंस के अलावा खास फैंस भी निराश हैं. केंद्र की मोदी सरकार में मंत्री बाबुल सुप्रियो ने तो धोनी की बल्लेबाजी से खफा होकर उन्हें संन्यास लेने की सलाह तक दे डाली है. हालांकि सुप्रियो ने खुद को धोनी का सबसे बड़ा फैन बताया है फिर भी उनका कहना है कि जिस तरीके से वो आज आउट हुए ऐसा कतई स्वीकार्य नहीं है.
बाबुल सुप्रियो ने ट्वीट कर कहा, 'धोनी आज जिस तरह से आउट हुए हैं, यह स्वीकार्य नहीं है. उनका बड़ा फैन होने के बावजूद मेरे दिमाग के किसी हिस्से में ये ख्याल आता है कि उन्हें अब अपने बारे में खुद जज कर यह तय करना चाहिए कि क्या अब गुडबाय कहने का समय आ गया है. मुझसे असहमति जताने के लिए आपका स्वागत है
धोनी के लिए विशाखापत्तन का ये मैदान काफी लकी रहा है. धोनी ने अपने करियर का आगाज बांग्लादेश के खिलाफ किया था लेकिन उन्हें पहचान 2005 में पाकिस्तान के खिलाफ इसी मैदान पर खेले गये मैच से मिली, जिसमें उन्होंने तीसरे क्रम पर उतरकर 123 गेंदों पर 148 रन की ताबड़तोड़ पारी खेली थी. भारतीय टीम ने यह मैच जीता और धोनी ने फिर पीछे मुड़ कर नहीं देखा.
धोनी ने इस मैच में सिर्फ 20 रन बनाए और ओबेद मैक्कॉय की गेंद पर बोल्ड हो गए.धोनी के इस प्रदर्शन से आम क्रिकेट फैंस के अलावा खास फैंस भी निराश हैं. केंद्र की मोदी सरकार में मंत्री बाबुल सुप्रियो ने तो धोनी की बल्लेबाजी से खफा होकर उन्हें संन्यास लेने की सलाह तक दे डाली है. हालांकि सुप्रियो ने खुद को धोनी का सबसे बड़ा फैन बताया है फिर भी उनका कहना है कि जिस तरीके से वो आज आउट हुए ऐसा कतई स्वीकार्य नहीं है.
बाबुल सुप्रियो ने ट्वीट कर कहा, 'धोनी आज जिस तरह से आउट हुए हैं, यह स्वीकार्य नहीं है. उनका बड़ा फैन होने के बावजूद मेरे दिमाग के किसी हिस्से में ये ख्याल आता है कि उन्हें अब अपने बारे में खुद जज कर यह तय करना चाहिए कि क्या अब गुडबाय कहने का समय आ गया है. मुझसे असहमति जताने के लिए आपका स्वागत है
धोनी के लिए विशाखापत्तन का ये मैदान काफी लकी रहा है. धोनी ने अपने करियर का आगाज बांग्लादेश के खिलाफ किया था लेकिन उन्हें पहचान 2005 में पाकिस्तान के खिलाफ इसी मैदान पर खेले गये मैच से मिली, जिसमें उन्होंने तीसरे क्रम पर उतरकर 123 गेंदों पर 148 रन की ताबड़तोड़ पारी खेली थी. भारतीय टीम ने यह मैच जीता और धोनी ने फिर पीछे मुड़ कर नहीं देखा.
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