111 साल की उम्र में सिद्धगंगा मठ शिवकुमार स्वामी ने ली अंतिम सांस, फेफड़ों में संक्रमण के शिकार
(At the age of 111 Siddhaganga Mutt Sivakumar Swamy took the last breath, victim of lung infection)लिंगायत समुदाय के धर्म गुरु और सिद्धगंगा मठ के महंत शिवकुमार स्वामी नहीं रहे। सोमवार (21 जनवरी, 2019) को कर्नाटक में सुबह 11 बजकर 44 मिनट पर उन्होंने अंतिम सांस ली। वह लगभग 111 साल के थे। उनके फेफड़ों में संक्रमण की शिकायत थी, जिसके चलते वह पिछले 15 दिनों से वह वेंटिलेटर पर थे। राज्य के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने दोपहर को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उनके निधन की जानकारी दी। सीएम ने कहा कि महंत का अंतिम संस्कार मंगलवार (22 जनवरी) शाम साढ़े चार बजे किया जाएगा। लिगायत समुदाय के धर्मगुरु सिद्धगंगा अस्पताल में भर्ती थे। वहां के मुखिया परमेश शिवाना ने पत्रकारों से कहा- सोमवार को महंत के शरीर में प्रोटीन की मात्रा और रक्तचाप काफी घट गया था।
शिवकुमार स्वामी का जन्म एक अप्रैल 1907 को रामनगर के वीरपुरा गांव में हुआ था। उन्होंने काफी सारे अवार्ड्स भी अपने नाम किये है| सामाजिक कार्य के क्षेत्र में योगदान के लिए साल 2015 में उन्हें देश के तीसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था, जबकि साल 2007 में वह कर्नाटक रत्न से नवाजे गए थे। इतना ही नहीं, 1965 में उन्होंने कर्नाटक विश्वविद्यालय से साहित्य में पीएचडी की उपाधि भी हासिल की थी। स्वामी जी श्री सिद्धगंगा एजुकेश्नल सोसायटी के भी प्रमुख थे, जो कि राज्य भर में लगभग 125 शैक्षणिक संस्थानों का संचालन करती है, जबकि पिछले हफ्ते कर्नाटक बीजेपी चीफ येदियुरप्पा ने उन्हें भारत रत्न देने की मांग की गयी थी|
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