इन दो बैंकों से आरबीआई ने हटाई रोक, खोल सकेंगे नई शाखाएं.
(These two banks will be able to stop the RBI from removing new branches)आरबीआई ने सार्वजनिक क्षेत्र के इलाहाबाद बैँक और कॉरपोरेशन बैंक को त्वरित सुधारात्मक कार्रवाई (पीसीए) के फ्रेमवर्क से बाहर निकाल दिया है।
पीसीए के तहत इन बैंकों पर नई शाखाएं खोलने और कर्ज बांटने पर रोक लगा दी गई थी। लेकिन अब इलाहाबाद बैँक और कॉरपोरेशन बैंक अपनी नई शाखाएं खोल सकते है. रिजर्व बैंक ने निजी क्षेत्र के धनलक्ष्मी बैंक से भी पीसीए रेल्युलेशन को हटा लिया है।
आरबीआई की ओर से जारी बयान में कहा गया कि वित्तीय निगरानी बोर्ड ने पीसीए के तहत इन बैंकों के प्रदर्शन की समीक्षा की। साथ ही 21 फरवरी को सरकार की ओर से वित्तीय मदद की घोषणा के बाद बैंक की स्थिति में काफी सुधार आया। सरकार ने कॉरपोरेशन बैंक को 9,086 करोड़ रुपये और इलाहाबाद बैंक को 6,896 करोड़ रुपये देने की घोषणा की है। आरबीआई ने कहा कि इस मदद से दोनों बैंकों का पूंजी संग्रह बढ़ा है और कर्ज घाटे में गिरावट आई है, जिस कारण पीसीए मानदंडों से बाहर आने में मदद मिली।
पांच बैंक अभी भी बाकी:-
पांच और सरकारी बैंक अभी पीसीए फ्रेमवर्क में शामिल हैं। इसमें यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया, यूको बैंक, सेंट्रल बैँक ऑफ इंडिया, इंडियन ओवरसीज बैंक और देना बैंक हैं। आरबीआई ने भारी एनपीए तले दबे 11 सरकारी बैंकों को पीसीए फ्रेमवर्क में रखा था और उन पर नई शाखाएं खोलने व कर्ज बांटने पर रोक लगा दी थी।
पांच और सरकारी बैंक अभी पीसीए फ्रेमवर्क में शामिल हैं। इसमें यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया, यूको बैंक, सेंट्रल बैँक ऑफ इंडिया, इंडियन ओवरसीज बैंक और देना बैंक हैं। आरबीआई ने भारी एनपीए तले दबे 11 सरकारी बैंकों को पीसीए फ्रेमवर्क में रखा था और उन पर नई शाखाएं खोलने व कर्ज बांटने पर रोक लगा दी थी।
निजी बैंक को राहत:-
आरबीआई ने कुछ निश्चित स्थितियों और नियंत्रण को ध्यान में रखते हुए निजी क्षेत्र के धनलक्ष्मी बैंक को भी पीसीए से बाहर कर दिया है। और उसका नेट एनपीए घटकर 2.93 फीसदी पर आ गया है। यह बैंक अब कर्ज जोखिमों से बाहर निकल चुका है
आरबीआई ने कुछ निश्चित स्थितियों और नियंत्रण को ध्यान में रखते हुए निजी क्षेत्र के धनलक्ष्मी बैंक को भी पीसीए से बाहर कर दिया है। और उसका नेट एनपीए घटकर 2.93 फीसदी पर आ गया है। यह बैंक अब कर्ज जोखिमों से बाहर निकल चुका है
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