कब्रिस्तान में मिले 250 शव 5 हजार साल पुराने
गुजरात के कच्छ जिले में पुरातत्व विभाग को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है| यहां लखपत तालुका के खाटिया गांव में खुदाई के दौरान पांच हजार साल पुराना कब्रिस्तान मिला है| जिसमें 250 कब्रों में शव मिले हैं| इन कब्रों में पैरों के पास मिट्टी के बर्तन और दूसरी चीजें भी पुरातत्व विभाग को खुदाई में मिली हैं| बताया जा रहा है कि यह ऐसा पहला हड़प्पा कालीन कब्रिस्तान है जो आयताकार है| इससे पहले जो कब्रिस्तान पुरातत्व विभाग को मिले हैं वो गोलाकार हैं या फिर अर्द्धगोलाकार हैं|
दिलचस्प बात तो यह है कि यहां जो सबसे बड़ी कब्र मिली है वह 6.9 मीटर की है जबकि सबसे छोटी 1.2 मीटर की है| अब तक 26 कब्रों की खुदाई पुरातव विभाग कर चुका है|
कच्छ यूनिवर्सिटी और केरल यूनिवर्सिटी मिलकर इस साइट पर काम कर रहे हैं|हैरानी की बात तो यह भी है कि यहां कुछ ऐसे बर्तन भी मिले हैं जो इसके पहले पाकिस्तान के आमरी नाल और कोट से भी मिल चुके हैं| इससे इसबात को और जोर मिलता है कि गुजरात से लेकर पाकिस्तान तक सभ्यता फैली होगी|भारत में उत्तरी गुजरात में नागवाडा, छतराद सहेली, मोटी पीपली और कच्छ में सुरकोतड़ा और धानेती में भी इस तरह के बर्तन मिले हैं|मालूम हो कि गुजरात के धौलावीरा में भी पुरातत्व विभाग को इसके पहले हड़प्पा कालीन कई प्राचीन अवशेष मिल चुके हैं| यहां 16 तालाबों की शृंखला और साइन बोर्ड मिले हैं जिसमें हड़प्पा कालीन लिपि मिली है| पुरातत्व विशेषज्ञों का कहना है कि हड़प्पा कालीन समय में यहां मनुष्यों की बड़ी आबादी थी कच्छ यूनिवर्सिटी के पुरातत्व विभाग के प्रमुख सुरेश भंडारी ने बताया कि फिलहाल कंकालों को केरल यूनिवर्सिटी भेजा गया है. इनके बारे में अध्ययन किया जा रहा है|
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