सभी क्षेत्र के बैंकों को जून तक जुटानी होगी अपनी पूंजी
All the sector banks will have to raise their capital till June
सभी क्षेत्र के बैंकों को अपनी विनियामक व संवृद्धि संबंधी पूंजी की जरूरतों के ल तक बैंकों के लिए किसी प्रकार का नया पुनर्पूजीकरण नहीं हो सकता है|
जनवरी में सरकार को सभी क्षेत्र के बैंकों के पुनर्पूजीकरण के लिए 41,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि की मंजूरी संसद से मिली थी|
पहले से ही 65,000 करोड़ रुपये के बजट को मिलाकर कुल पुनर्पूजीकरण का पैकेज चालू वित्त वर्ष में 1,06,000 करोड़ रुपये का हो चुका है. अंतरिम बजट 2019-20 में सरकार ने बैंक के पूंजी के लिए धन प्रदान नहीं किया है|सूत्रों ने बताया कि बैंकों को साख वृद्धि को प्रोत्साहन देने के लिए धन की आवश्यकता हो सकती है और वे बाजार से पूंजी जुटा सकता है या जुलाई में पूर्ण बजट आने का इंतजार कर सकता है| सरकार ने फरवरी में 12 पीएसबी के लिए 48,239 करोड़ रुपये के पुनर्पूजीकरण बांड को मंजूरी प्रदान की थी नवीनतम पुनर्पूजीकरण बांड की मुख्य रूप से चार श्रेणियां हैं| खराब कर्ज से निपटने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक के प्रॉम्प्ट करेक्टिव एक्शन (पीसीए) फ्रेमवर्क के तहत बेहतर प्रदर्शन करने वाले बैंक गैर पीसीए बैंक जो पीसीए के तहत जाने के करीब हैं| पीसीए से बाहर निकले हुए बैंक और पीसीए बैंक जिन्हें न्यूनतम विनियामक पूंजी मानकों को पूरा करने की आवश्यकता है|
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