डयूटी के साथ मानवता का धर्म निभाने की एक बड़ी मिसाल CRPF जवान
CRPF jawan, a major example of humanity's religion with duty
डयूटी के साथ मानवता का धर्म निभाने की एक बड़ी मिसाल केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवान ने पेश की है. वो भी कश्मीर में. अक्सर खबरें पढ़ने और देखने में आती हैं कि हंगामे के दौरान सुरक्षा बलों पर पत्थरबाजी की जाती है, लेकिन सीआरपीएफ के एक जवान ने सब कुछ भूलकर पहले मानवता का धर्म निभाया. इससे पहले कश्मीर में ही एक लड़की की जान बचाने के लिए 4 जवानों ने रक्तदान किया था. इसमे से दो मुस्लिम जवानों ने अपना रोजा तोड़कर रक्तदान किया था|
बच्चे को जन्म देने के लिए अस्पताल पहुंची एक गर्भवती महिला की हालत अचानक बिगड़ गई. महिला की हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने तुरंत खून की जरूरत बताई. महिला के घर वाले खून का इंतजाम करने में जुट गए, लेकिन महिला की जान बचाने के लिए डॉक्टरों को जल्द से जल्द खून चाहिए था| इसी दौरान किसी तरह से यह बात इलाके में मौजूद सीआरपीएफ तक पहुंच गई. महिला के ब्लड ग्रुप से मैच करते हुए ब्लड ग्रुप वाला सीआरपीएफ जवान गोहिल शैलेष अस्पताल पहुंच गए और तुरंत ही रक्तदान किया. ब्लड महिला को चढ़ाया गया, जिसने हालत सामान्य होते ही उसने एक बच्चे को जन्म दिया|गौरतलब है कि ये कोई पहला मौका नहीं है जब सीआरपीएफ के जवानों ने इस तरह की मिसाल पेश की हो. इससे पहले कश्मीर में ही एक लड़की की जान बचाने के लिए 4 जवानों ने रक्तदान किया था. इसमें से दो मुस्लिम जवानों ने अपना रोजा तोड़कर रक्तदान किया था. एक-दो बार तो जवान खून देकर नक्सलियों की भी जान बचा चुके हैं|
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