लोकसभा चुनाव 2019:- आपसी गठबंधन की वजह से तृणमूल कांग्रेस को हो सकता है नुकसान
lok sabha elections 2019: - trinamool congress may lose due to mutual allianceलोकसभा चुनाव में ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस को आपसी गठबंधन की वजह से नुकसान उठाना पड़ सकता है| भाजपा सत्तारूढ़ दल के अंदरूनी विवादों का लाभ उठाना चाह रही है| खासकर एक समय पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी के विश्वासपात्र रहे मुकुल रॉय के भाजपा में शामिल होने के बाद से राजनैतिक विश्लेषक विश्वनाथ चक्रवर्ती का मानना है| कि तृणमूल कांग्रेस के कई नेताओं को अपने साथ मिलाकर भाजपा ने उनकी आकांक्षाओं को हवा दी है रविंद्र भारती विश्वविद्यालय में राजनैतिक विज्ञान के प्रोफेसर चक्रवर्ती ने कहा अर्जुन सिंह जैसे लोग सांसद बनना चाहते थे|
लेकिन पार्टी ने उनके एक अन्य विश्लेषक के नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर कहा कि भवन निर्माण सामग्री का मुनाफे वाला काम भी पार्टी में तीखी लड़ाई की वजह है|
इस व्यवसाय से जुड़े सिंडीकेट कानून व्यवस्था के लिए संकट खड़ा करने के लिए जाने जाते हैं| अंदरूनी कलह से परेशान पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी ने फरवरी में सार्वजनिक रूप से पार्टी कार्यकर्ताओं को गुटबाजी से दूर रहने के लिए और एकजुट होकर चुनाव में भागीदारी के लिए कहा था पार्टी में कलह का ही नतीजा रहा कि बीते साल पंचायत चुनाव में तृणमूल को जंगलमहल क्षेत्र में कई सीटें गवानी पड़ी थीं| चक्रवर्ती का कहना है कि अगर भाजपा के बजाए माकपा जैसी कोई मजबूत पार्टी रही होती तो इस मुद्दे का उसने जमकर लाभ उठाया होता उन्होंने कहा कि भाजपा के सामने समस्या यह है कि राज्य में अधिकांश क्षेत्र में मुस्लिम मतदाता अच्छी संख्या में हैं राज्य में उनकी आबादी तीस फीसदी के करीब है| समुदाय में भाजपा के प्रति गहरा अविश्वास है भाजपा हालात का जितना भी लाभ उठाती है वह एम फैक्टर के कारण एक हद तक बेकार हो जाता है|
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