विनोद गिरी गोसाई के क्रेडिट कार्ड से बिना OTP के निकले पैसे, जाने फ्रॉड बैंकिंग से बचने का खास तरीका - Find Any Thing

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Monday, October 29, 2018

विनोद गिरी गोसाई के क्रेडिट कार्ड से बिना OTP के निकले पैसे, जाने फ्रॉड बैंकिंग से बचने का खास तरीका

आपका क्रेडिट कार्ड आपकी जेब में पड़ा हो और आपके बिना यूज किए घर पर हजारों रुपये का बिल आ जाए तो आपको कितना बड़ा झटका लगेगा. आजकल फ्रॉड के कई केस सामने आ रहे हैं. राजकोट के विनोद गिरी गोसाई के एसबीआई क्रेडिट कार्ड से ऑनलाइन फ्रॉड ट्रांजेक्शन हुआ.

ओटीपी नंबर के बिना ही अकाउंट से पैसे निकाले गए. इसके बाद उन्होंने तुरंत एसबीआई क्रेडिट कार्ड के दफ्तर पर शिकायत की. लेकिन उनकी शिकायत पर कोई सुनवाई नहीं हुई. इसके बाद उन्होंने बिजनेस चैनल सीएनबीसी-आवाज़ के कंज्यूमर शो पहरेदार ग्राहक से मदद मांगी.
ऐसे हुआ फ्रॉड- कुछ ही समय पहले विनोद गिरी गोसाई के क्रेडिट कार्ड से दो फर्जी ट्रांजैक्शन हुए. पहले 1387 रुपये निकाले गए. दूसरे में 30,724 रुपये अकाउंट से निकाले गए. पहला ट्रांजैक्शन रात 8.18 बजे और दूसरा 8.20 पर हुआ. 24 अप्रैल 2018 को एसबीआई कार्ड्स में शिकायत की गई. लेकिन उनकी शिकायत पर कोई एक्शन नहीं हुआ.
एसबीआई क्रेडिट कार्ड के दफ्तर पर कई बार शिकायत की गई. बैंक की ओर से मैसेज आया और मैसेज में 1387 रुपये बैंक खाते में आने की बात थी. हालांकि, दूसरी राशि की कोई जानकारी नहीं दी. बैंक के हर प्लेटफॉर्म पर ई-मेल किया और पहरेदार को भी ई-मेल किया. पहरेदार ने मदद की और 14 अगस्त 2018 को उनके अकाउंट में 30,724 रुपये वापस आ गए.
कुछ सावधानियां हैं जिन्हें अपनाकर आप ठगी का शिकार होने से बच सकते हैं.1- किसी को भी अपने क्रेडिट कार्ड के दोनों तरफ की फोटो कॉपी न दें. ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के लिए जरूरी कार्ड वेरिफिकेशन वैल्यू कार्ड के पीछे की ओर ही छपा होता है. लिहाजा क्रेडिट कार्ड नंबर के साथ कोई भी इसका गलत इस्तेमाल कर सकता है.
2- ऐसे ई-मेल लिंक्स पर कतई क्लिक ना करें जिस पर आपके अकाउंट डिटेल्स मांगे गए हों. ये ठगों के फिशिंग मेल हो सकते हैं. 
3- क्रेडिट कार्ड से पेमेंट करते वक्त अच्छी तरह से ये जांच-परख लें कि वेबसाइट सिक्योर है या फिर नहीं. अगर आपको जरा भी संदेह होता है तो किसी एक्सपर्ट की मदद लें या बेवसाइट के बारे में इंटरनेट पर सर्च करें. फोन पर किसी को भी अपने अकाउंट डिटेल्स न दें, खासतौर पर टेलिमार्केटिंग कंपनियों को.
4- आप अपने क्रेडिट या डेबिट कार्ड का स्टेटमेंट वक्त पर नहीं पाते हैं तो इसकी जानकारी बैंक को दें. साथ ही कार्ड अगर गुम हो जाता है तो इसे बिना देर किए कैंसिल करा दें.
5- पुराने बैंक स्टेटमेंट, क्रेडिट कार्ड एप्लिकेशन, बिल को छोटे टुकड़ों में फाड़कर फेंक दें. नहीं तो किसी के हाथ लग जाने पर आपके व्यक्तिगत जानकारी का गलत इस्तेमाल का खतरा होता है.
6- अगर इन सब एहतियात के बाद भी आप धोखाधड़ी के शिकार होते हैं तो इसकी जानकारी तुरंत बैंक को दें

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