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Tuesday, October 09, 2018

मी टू कैंपेन में केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर का नाम सामने आया

मी टू कैंपेन में केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर का भी नाम सामने आया है। विदेश राज्य मंत्री पर दो महिला पत्रकारों ने यौन शोषण का आरोप लगाया है। 
                                                       

अकबर कई अखबार और पत्रिकाओं में संपादक रह चुके हैं। साल 2017 में एक महिला पत्रकार ने बताया था कि उसके बॉस ने उसे होटल के कमरे में जॉब इंटरव्यू के लिए बुलाया था। प्रिया रमानी नाम की एक महिला ने ट्वीट किया है कि एमजे अकबर ने होटल रूम में इंटरव्यू के दौरान कई महिला पत्रकारों के साथ आपत्तिजनक हरकतें की हैं।
एमजे अकबर के बचाव में अब भाजपा के लोकसभा सांसद उदित राज उतरे हैं। उन्होंने महिला पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह 10 साल बाद सामने क्यों आई है। उदितराज ने मी टू कैंपेन को गलत प्रथा की शुरुआत होना भी बताया। उन्होंने यह भी कहा कि इतनी देरी की है तो सत्याता की जांच कैसे होग।
MeToकैम्पेन जरूरी है लेकिन किसी व्यक्ति पर 10 साल बाद यौन शोषण का आरोप लगाने का क्या मतलब है ? इतने सालों बाद ऐसे मामले की सत्यता की जाँच कैसे हो सकेगा?जिस व्यक्ति पर झूठा आरोप लगा दिया जाएगा उसकी छवि का कितना बड़ा नुकशान होगा ये सोचने वाली बात है।गलत प्रथा की शुरुआत है।#MeToo
हार्वे विन्सिटन ऑफ द वर्ल्ड नाम से लिखे पोस्ट में कहा गया है कि अकबर ने होटल के एक कमरे में उनका इंटरव्यू लिया था। साथ ही उन्होंने शराब भी ऑफर की। अकबर ने महिला पत्रकार को बिस्तर पर उनके पास बैठने को भी कहा था। महिला का कहना है कि वह अश्लील फोन कॉल्स, मैसेज और असहज टिप्पणी करने में माहिर हैं।महिला ने लिखा है कि कई युवा महिलाएं उनकी गलत हरकतों की भुक्तभोगी हैं। लेख के प्रकाशन के समय आरोपी का नाम नहीं दिया गया था। अब बताया गया कि वे एमजे अकबर हैं।
प्रिया रमानी नाम की महिला ने ट्वीट में इस आरोप को प्रमाणित करते हुए कहा है कि वह भी उनकी गलत हरकत की शिकार हुई। उसके साथ मुंबई के एक होटल में आपत्तिजनक हरकत की गई। वहीं शुमा राहा नाम की महिला ने ट्वीट में कहा, उसके साथ 1995 में ताज बंगाल होटल, कोलकाता में एमजे अकबर ने गलत हरकती की। उनकी गलत हरकत के विरोध में उसने नौकरी करने से इंकार कर दिया। इस ट्वीट के बाद कई अन्य महिला पत्रकारों ने भी आरोप का समर्थन किया।
इस मामले पर समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता घनश्याम तिवारी ने कहा है कि ये गंभीर आरोप हैं और उन्हें इस्तीफा देना चाहिए। अब सवाल ये है कि क्या अकबर सामने आकर इस पर सफाई देंगे। बता दें इस कैंपेन पर महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने भी खुशी जाहिर की थी और कहा कि इससे महिलाओं को सामने आकर शिकायत करने का हौसला मिल रहा है।

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