बच्चों में डायरिया का प्रमुख कारण माने जाने वाले रोटावायरस के संक्रमण को रोकने के लिए भारत में टीकाकरण उन 15 देशों में सबसे कम है, जिन्होंने इसे पिछले साल शुरू किया था.
भारत में 2016 में निमोनिया और डायरिया से पांच साल से कम उम्र के 2.6 लाख से अधिक बच्चों की मौत हो गई. रिपोर्ट में भारत समेत 15 देशों में स्वास्थ्य प्रणाली को यह सुनिश्चित करने में पिछड़ा बताया गया है कि अधिक से अधिक संवेदनशील बच्चों को रोकथाम और उपचार सेवाएं मिल सकें.
दुनियाभर में निमोनिया और अतिसार से पांच साल से कम उम्र के बच्चों की मौत के 70 प्रतिशत मामले भारत में दर्ज किये गये हैं. रिपोर्ट के अनुसार, ‘2017 में वैक्सीन शुरू करने वाले देशों में सबसे कम दर पाकिस्तान और भारत की है.
No comments:
Post a Comment