मिजोरम विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में सत्ताधारी कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा है. विधानसभा अध्यक्ष हिफेई ने अपने पद और पार्टी से इस्तीफा दे दिया और वह भाजपा में शामिल हो गए.
हिफेई मिजोरम में सत्ताधारी कांग्रेस के पांचवें विधायक हैं, पूर्वोत्तर के आठ राज्यों में से मिजोरम एक मात्र ऐसा राज्य है, जहां कांग्रेस का शासन है. यहां 40 सदस्यीय विधानसभा के लिए 28 नवंबर को चुनाव होने हैं. सात बार विधायक रह चुके हिफेई ने सोमवार सुबह कहा कि उन्होंने विधानसभा उपाध्यक्ष को अपना इस्तीफा भेज दिया है.
हिफेई उसके बाद पार्टी मुख्यालय, कांग्रेस भवन गए और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से उन्होंने इस्तीफा दे दिया. हिफेई ने बाद में मीडिया से कहा, "एआईसीसी ने पलक सीट से विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए मेरे नाम की घोषणा कर दी थी, इसके बावजूद मुझे एक अनिश्चितता की स्थिति में रखा गया था." उन्होंने मुख्यमंत्री और मिजोरम प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ललथनहावला के खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर की.
उन्होंने कहा, मैं पलक सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ूंगा. उन्होंने कहा कि भाजपा स्थानीय पार्टियों के साथ मिलकर राज्य में एक गठबंधन सरकार का गठन करेगी.
कांग्रेस परास्त होगी. भाजपा 40 सदस्यीय मिजोरम विधानसभा में कम से कम पांच सीटें जीतेगी." हिफेई 2013 में पलट सीट से निर्वाचित हुए थे. इसके पहले उन्होंने 1972 से 1989 के बीच तुइपांग से छह बार विधानसभा चुनाव जीता था.
हिफेई उसके बाद पार्टी मुख्यालय, कांग्रेस भवन गए और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से उन्होंने इस्तीफा दे दिया. हिफेई ने बाद में मीडिया से कहा, "एआईसीसी ने पलक सीट से विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए मेरे नाम की घोषणा कर दी थी, इसके बावजूद मुझे एक अनिश्चितता की स्थिति में रखा गया था." उन्होंने मुख्यमंत्री और मिजोरम प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ललथनहावला के खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर की.
उन्होंने कहा, मैं पलक सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ूंगा. उन्होंने कहा कि भाजपा स्थानीय पार्टियों के साथ मिलकर राज्य में एक गठबंधन सरकार का गठन करेगी.
कांग्रेस परास्त होगी. भाजपा 40 सदस्यीय मिजोरम विधानसभा में कम से कम पांच सीटें जीतेगी." हिफेई 2013 में पलट सीट से निर्वाचित हुए थे. इसके पहले उन्होंने 1972 से 1989 के बीच तुइपांग से छह बार विधानसभा चुनाव जीता था.
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