आगरा में 14 साल की एक छात्रा को दिनदहाड़े जिंदा जलाया,मासूम ने तोड़ा दम.
आगरा में एक दलित छात्रा की हत्या से पूरा उत्तर प्रदेश दहल उठा है. करीब एक सप्ताह पहले दो बाइक सवारों ने संजलि नामक छात्रा को ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग के लगा दी था. उसके बाद गंभीर हालत में लड़की को दिल्ली के अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां जिंदगी और मौत के बीच झूलने के बाद 14 साल की उस मासूम ने दम तोड़ दिया. यूपी पुलिस के सारे दावों की हवा निकल गई है. बात-बात पर एनकाउंटर करने वाली योगी की पुलिस फेल हो गई है. एक मासूम बेगुनाह लड़की को सरेआम सड़क पर जला दिया जाता है और उसके कातिल 6 दिन बाद भी पुलिस कुछ नहीं कर पा रही है.
लेकिन उसके घरवालों का हाल कोई नहीं जानना चाहता. नेता तस्वीरें खींचाने के लिए भीड़ लेकर वहां जाते हैं. पानी मांगते हैं और बड़ी बड़ी बातें करके लौट आते हैं. इस दुनिया से हमेशा के लिए जा चुकी उस बेगुनाह की मां ने आगरा के सांसद के सामने कहा "6 दिन हो गए हैं अपराधी नहीं पकड़े गए. घर में 6 दिन से चूल्हा नहीं जला है.
जानिए क्या है पूरा मामला:-
आगरा के लालउ गांव में 18 दिसंबर की दोपहर भीड़ भाड़ वाली सड़क के बीचों-बीच 14 साल की संजलि नामक छात्रा पर 2 अज्ञात हमलावरों ने कोई ज्वलनशील पदार्थ फेंका, आग लगाई और फरार हो गए. वारदात के वक्त तकरीबन 2 बजे संजलि अपने स्कूल से घर की तरफ लौट रही थी.
वारदात के बाद पुलिस ने संजलि के चचेरे भाई से पूछताछ की. दूसरे दिन उसने भी जहर खाकर आत्महत्या कर ली. परिवार वालों का आरोप है पुलिस ने भाई को टार्चर किया. इसलिए उसने ऐसा कदम उठाया. पुलिस आत्महत्या की जांच भी कर रही है. जल्द ही हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
मौत पर सियासत:-
वारदात के 6 दिन बाद भी योगी की एनकाउंटर पुलिस के हाथ कोई सुराग नहीं लगा. वहीं गांव में नेताओं का जमावड़ा लगा हुआ है. मौत पर सियासत होना अब देश में नया नहीं है, लेकिन जिस तरह से बीच सड़क पर संजलि को जिंदा जलाकर मौत के घाट उतार दिया गया. उससे आगरा समेत पूरे यूपी की लचर कानून व्यवस्था सबके सामने आ गई है.वारदात के 6 दिन बाद भी पुलिस कुछ नहीं कर पायी है.आरोपी को जल्द गिरफ्तार कर लिया जायगा.
आगरा में एक दलित छात्रा की हत्या से पूरा उत्तर प्रदेश दहल उठा है. करीब एक सप्ताह पहले दो बाइक सवारों ने संजलि नामक छात्रा को ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग के लगा दी था. उसके बाद गंभीर हालत में लड़की को दिल्ली के अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां जिंदगी और मौत के बीच झूलने के बाद 14 साल की उस मासूम ने दम तोड़ दिया. यूपी पुलिस के सारे दावों की हवा निकल गई है. बात-बात पर एनकाउंटर करने वाली योगी की पुलिस फेल हो गई है. एक मासूम बेगुनाह लड़की को सरेआम सड़क पर जला दिया जाता है और उसके कातिल 6 दिन बाद भी पुलिस कुछ नहीं कर पा रही है.
लेकिन उसके घरवालों का हाल कोई नहीं जानना चाहता. नेता तस्वीरें खींचाने के लिए भीड़ लेकर वहां जाते हैं. पानी मांगते हैं और बड़ी बड़ी बातें करके लौट आते हैं. इस दुनिया से हमेशा के लिए जा चुकी उस बेगुनाह की मां ने आगरा के सांसद के सामने कहा "6 दिन हो गए हैं अपराधी नहीं पकड़े गए. घर में 6 दिन से चूल्हा नहीं जला है.
जानिए क्या है पूरा मामला:-
आगरा के लालउ गांव में 18 दिसंबर की दोपहर भीड़ भाड़ वाली सड़क के बीचों-बीच 14 साल की संजलि नामक छात्रा पर 2 अज्ञात हमलावरों ने कोई ज्वलनशील पदार्थ फेंका, आग लगाई और फरार हो गए. वारदात के वक्त तकरीबन 2 बजे संजलि अपने स्कूल से घर की तरफ लौट रही थी.
वारदात के बाद पुलिस ने संजलि के चचेरे भाई से पूछताछ की. दूसरे दिन उसने भी जहर खाकर आत्महत्या कर ली. परिवार वालों का आरोप है पुलिस ने भाई को टार्चर किया. इसलिए उसने ऐसा कदम उठाया. पुलिस आत्महत्या की जांच भी कर रही है. जल्द ही हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
मौत पर सियासत:-
वारदात के 6 दिन बाद भी योगी की एनकाउंटर पुलिस के हाथ कोई सुराग नहीं लगा. वहीं गांव में नेताओं का जमावड़ा लगा हुआ है. मौत पर सियासत होना अब देश में नया नहीं है, लेकिन जिस तरह से बीच सड़क पर संजलि को जिंदा जलाकर मौत के घाट उतार दिया गया. उससे आगरा समेत पूरे यूपी की लचर कानून व्यवस्था सबके सामने आ गई है.वारदात के 6 दिन बाद भी पुलिस कुछ नहीं कर पायी है.आरोपी को जल्द गिरफ्तार कर लिया जायगा.

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