गठबंधन के बाद यूपी की इन सीटों पर है दावेदारी.
उत्तर प्रदेश में बनने जा रहे समाजवादी पार्टी, बसपा और रालोद के बीच गठबंधन लगभग तय हो चुका है. बस इसका औपचारिक ऐलान होना है. बताया जा रहा है, कि मायावती के जन्मदिन के मौके पर 15 जनवरी को इसका ऐलान हो सकता है. गठबंधन कांग्रेस के गढ़ अमेठी और रायबरेली में उम्मीदवार नहीं उतारेगा. गठबंधन में जो सीटों का बंटवारा हुआ है उसके मुताबिक बसपा 38 सीटों पर लड़ सकती है. सपा 37 और रालोद को तीन सीटें मिल सकती हैं. हालांकि बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि अभी सीटों का बंटवारा नहीं हुआ है. 2014 के लोकसभा चुनाव परिणाम को देखें तो यूपी की 80 में से 34 सीटें ऐसी थीं जहां बसपा उम्मीदवार दूसरे नंबर पर रहे. ये सीटें हैं: मुजफ्फरनगर, मेरठ, बुलंदशहर, अलीगढ, हाथरस, आगरा, फतेहपुर सिकरी, शाहजहांपुर, खीरी, धौरहरा, सीतापुर, हरदोई, मिश्रिख, मोहनलालगंज, सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, अकबरपुर, जालौन, बांदा, फतेहपुर, अम्बेडकरनगर, डुमरियागंज, संतकबीर नगर, महाराजगंज, देवरिया, बांसगांव, घोसी, सलेमपुर, जौनपुर, मछलीशहर, चंदौली, भदोही, मिर्जापुर, रोबर्ट्सगंज. इन सीटों पर बसपा की दावेदारी हो सकती है. साथ ही वह आजमगढ़, बहराइच, घोसी और गाजियाबाद की सीट पर चुनाव लड़ सकती है.दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी ने 2014 में पांच सीटों पर जीत दर्ज की थी और 31 सीटों पर वह दूसरे नंबर पर रही. कन्नौज, फिरोजाबाद, मैनपुरी, बदायूं, बिजनौर, नगीना, मुरादाबाद, रामपुर, संभल, अमरोहा, गौतमबुद्धनगर, एटा, आंवला, बरेली, पीलीभीत, उन्नाव, फर्रुखाबाद, इटावा, झांसी, हमीरपुर, कौशाम्बी, फूलपुर, इलाहाबाद, फैजाबाद, बहराइच, कैसरगंज, श्रावस्ती, गोंडा, बस्ती, गोरखपुर, लालगंज, बलिया, गाजिपुर, वाराणसी, कुशीनगर, बाराबंकी और कानपुर.लोकसभा चुनाव 2019 के लिए समाजवादी पार्टी, बसपा और रालोद के बीच गठबंधन लगभग तय हो चुका है.इसका ऐलान 15 जनवरी को होगा.

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