राजनाथ सिंह के भाषण के दौरान युवाओं ने लगाए नारे,जो मंदिर बनवाएगा, वोट उसी को जाएगा.
गृहमंत्री राजनाथ सिंह लखनऊ पहुंचे. स्मृति उपवन में चल रहे युवा कुम्भ कार्यक्रम में बोलने के लिए खड़े हुए. तो वहां युवाओं ने राममंदिर बनाने को लेकर नारेबाजी शुरू कर दी. राजनाथ सिंह के भाषण के दौरान युवा नारे लगाते रहे, जो मंदिर बनवाएगा, वोट उसी को देंगे. आखिर में कार्यक्रम के संस्थापक को हस्तक्षेप करके युवाओं को शांत कराना पड़ा. नाराज राजनाथ सिंह ने कहा कि वह तभी बोलेंगे जब लोग शांत हो जाएंगे. नारेबाजी बंद होने के बाद राजनाथ ने कहा कि भव्य राममन्दिर बनने से दुनिया की कोई ताकत रोक नहीं सकती है. हम मंदिर जरूर बनवायगे आप लोगो को चिंता करने की जरूरत नहीं है.
राजनाथ सिंह ने कहा कि प्रयाग में होने वाले कुम्भ के लिए किसी को अधिसूचना जारी करने की जरूरत नहीं पड़ती कि कुम्भ होने जा रहा है. बिना प्रचार के विश्व में अगर कहीं करोड़ो की संख्या उमड़ पड़ती है तो वो कुम्भ में प्रयागराज में होता है संगम में सिर्फ डुबकी लगाने ही लोग नहीं जाते है.
राजनाथ ने कहा कि मयार्दा पुरुषोत्तम राम ने समाज में अपने प्राणों से प्यारी सीता माता को भी अपने से अलग किया था राजा हरिश्चंद्र ने त्याग समर्पण किया.जो ज्ञान विज्ञान भारत के पास था और है वो कहीं देखने को नहीं मिलेगा. इलाहाबाद के एक क्रांतिकारी ने जब एक गोली उनके पास बची तो चन्द्रशेखर आजाद ने अपनी रिवॉल्वर की गोली अपने सीने में दागने का काम किया तब जाकर हमारा देश आजाद हुआ. समर्पण टूट जाएगा उस दिन विश्व गुरु बनने का हमारा सपना टूट जाएगा. तकनीक के मामले में सर्वाधिक अनुसंधान आपके जैसे नौजवानों ने किया है. पं दीनदयाल उपाध्याय के एकात्म मानवदर्शन को कैसे लागू किया जा सकता है इसको विचार करें इस युवा कुम्भ में. सरकारों का मार्गदर्शन आपकी तरफ से होना चाहिए. कहा कि हमें इस सच्चाई को नहीं भूलना चाहिए कि स्वामी विवेकानंद जी के शिकागो के भाषण की 125वीं वर्षगांठ हम लोगों ने मनाई थी. विवेकानन्द ने कहा था हमारे देश में मनुष्य निर्माण का काम संस्कारों के माध्यम से होता है. भारत को विश्वगुरु बनाने का आह्वान करना है. राजनाथ सिंह बोले आप लोगो को चिंता अपने की जरूरत नहीं है राम मंदिर का निर्माण जरूर होकर रहेगा.
गृहमंत्री राजनाथ सिंह लखनऊ पहुंचे. स्मृति उपवन में चल रहे युवा कुम्भ कार्यक्रम में बोलने के लिए खड़े हुए. तो वहां युवाओं ने राममंदिर बनाने को लेकर नारेबाजी शुरू कर दी. राजनाथ सिंह के भाषण के दौरान युवा नारे लगाते रहे, जो मंदिर बनवाएगा, वोट उसी को देंगे. आखिर में कार्यक्रम के संस्थापक को हस्तक्षेप करके युवाओं को शांत कराना पड़ा. नाराज राजनाथ सिंह ने कहा कि वह तभी बोलेंगे जब लोग शांत हो जाएंगे. नारेबाजी बंद होने के बाद राजनाथ ने कहा कि भव्य राममन्दिर बनने से दुनिया की कोई ताकत रोक नहीं सकती है. हम मंदिर जरूर बनवायगे आप लोगो को चिंता करने की जरूरत नहीं है.
राजनाथ सिंह ने कहा कि प्रयाग में होने वाले कुम्भ के लिए किसी को अधिसूचना जारी करने की जरूरत नहीं पड़ती कि कुम्भ होने जा रहा है. बिना प्रचार के विश्व में अगर कहीं करोड़ो की संख्या उमड़ पड़ती है तो वो कुम्भ में प्रयागराज में होता है संगम में सिर्फ डुबकी लगाने ही लोग नहीं जाते है.
राजनाथ ने कहा कि मयार्दा पुरुषोत्तम राम ने समाज में अपने प्राणों से प्यारी सीता माता को भी अपने से अलग किया था राजा हरिश्चंद्र ने त्याग समर्पण किया.जो ज्ञान विज्ञान भारत के पास था और है वो कहीं देखने को नहीं मिलेगा. इलाहाबाद के एक क्रांतिकारी ने जब एक गोली उनके पास बची तो चन्द्रशेखर आजाद ने अपनी रिवॉल्वर की गोली अपने सीने में दागने का काम किया तब जाकर हमारा देश आजाद हुआ. समर्पण टूट जाएगा उस दिन विश्व गुरु बनने का हमारा सपना टूट जाएगा. तकनीक के मामले में सर्वाधिक अनुसंधान आपके जैसे नौजवानों ने किया है. पं दीनदयाल उपाध्याय के एकात्म मानवदर्शन को कैसे लागू किया जा सकता है इसको विचार करें इस युवा कुम्भ में. सरकारों का मार्गदर्शन आपकी तरफ से होना चाहिए. कहा कि हमें इस सच्चाई को नहीं भूलना चाहिए कि स्वामी विवेकानंद जी के शिकागो के भाषण की 125वीं वर्षगांठ हम लोगों ने मनाई थी. विवेकानन्द ने कहा था हमारे देश में मनुष्य निर्माण का काम संस्कारों के माध्यम से होता है. भारत को विश्वगुरु बनाने का आह्वान करना है. राजनाथ सिंह बोले आप लोगो को चिंता अपने की जरूरत नहीं है राम मंदिर का निर्माण जरूर होकर रहेगा.

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