जानिए क्या हुआ केजरीवाल के भाषण के दौरान जो नितिन गडकरी को करना पड़ा हस्तक्षेप.
सरकारी कार्यक्रम के दौरान दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के भाषण के दौरान कुछ ऐसा हुआ कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को हस्तक्षेप करना पड़ा. एक आधिकारिक कार्यक्रम के दौरान बीजेपी समर्थकों ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के संबोधन के दौरान खांसने की आवाज निकाल कर बाधा पहुंचाई. यमुना की सफाई को लेकर एक सरकारी कार्यक्रम में केंद्र के मंत्री और दिल्ली के मुख्यमंत्री साथ में मंच साझा कर रहे थे. पूरे कार्यक्रम के दौरान यमुना की सफाई को लेकर सरकार के एजेंडे की बात हो रही थी,लेकिन खांसने की आवाज से अरविन्द केजरीवाल को परेशानी हो रही थी तो नितिन गडकरी को हस्तक्षेप करना पड़ा. अरविंद केजरीवाल पोडियम पर थे, उन्होंने बोलना जैसे ही शुरू किया, वैसे ही कुछ लोग पीछे से खांसने की आवाज निकालने लगे और अरविंद केजरीवाल के संबोधन में बाधा पहुंचाने लगे. हालांकि, इस पर मुख्यमंत्री केजरीवाल ने आपत्ति भी जताई और उन्होंने कहा कि 'अगर थोड़ा सा शांत हो जाएं तो अच्छा रहेगा. इसके बाद फिर नितिन गडकरी को हस्तक्षेप करना पड़ा और उन्होंने कहा कि ' आप शुरु करिए, जरा शांत रहिए प्लीज, सरकारी कार्यक्रम है, सुनिए.' बता दें कि इस कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी और हषवर्द्धन भी मौजूद थे. फिर केजरीवाल ने कार्यक्रम स्टार्ट किया.
2016 तक कफ की समस्या से जूझ रहे केजरीवाल का मजाक बनाने वाले इस वाकये ने विज्ञान भवन में चल रहे कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री को पसोपेश में डाल दिया. उन्होंने दर्शकों से शांति बनाए रखने की भी अपील की. कार्यक्रम का आयोजन स्वच्छ गंगा राष्ट्रीय परियोजना और दिल्ली जल बोर्ड की ओर से यमुना स्वच्छता कार्यक्रम के उद्घाटन पर किया गया था. दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, राज्य के जल संसाधन मंत्री सत्यपाल सिंह और दिल्ली से भाजपा सांसद तथा कार्यकर्ता भी वहां उपस्थित थे. केजरीवाल के भाषण शुरू करते ही कुछ लोगों ने खांसने की आवाज निकाल कर उनका मजाक बनाया. तो नितिन गडकरी ने हस्तक्षेप कर कार्यक्रम को आगे बढ़ाया.
सरकारी कार्यक्रम के दौरान दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के भाषण के दौरान कुछ ऐसा हुआ कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को हस्तक्षेप करना पड़ा. एक आधिकारिक कार्यक्रम के दौरान बीजेपी समर्थकों ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के संबोधन के दौरान खांसने की आवाज निकाल कर बाधा पहुंचाई. यमुना की सफाई को लेकर एक सरकारी कार्यक्रम में केंद्र के मंत्री और दिल्ली के मुख्यमंत्री साथ में मंच साझा कर रहे थे. पूरे कार्यक्रम के दौरान यमुना की सफाई को लेकर सरकार के एजेंडे की बात हो रही थी,लेकिन खांसने की आवाज से अरविन्द केजरीवाल को परेशानी हो रही थी तो नितिन गडकरी को हस्तक्षेप करना पड़ा. अरविंद केजरीवाल पोडियम पर थे, उन्होंने बोलना जैसे ही शुरू किया, वैसे ही कुछ लोग पीछे से खांसने की आवाज निकालने लगे और अरविंद केजरीवाल के संबोधन में बाधा पहुंचाने लगे. हालांकि, इस पर मुख्यमंत्री केजरीवाल ने आपत्ति भी जताई और उन्होंने कहा कि 'अगर थोड़ा सा शांत हो जाएं तो अच्छा रहेगा. इसके बाद फिर नितिन गडकरी को हस्तक्षेप करना पड़ा और उन्होंने कहा कि ' आप शुरु करिए, जरा शांत रहिए प्लीज, सरकारी कार्यक्रम है, सुनिए.' बता दें कि इस कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी और हषवर्द्धन भी मौजूद थे. फिर केजरीवाल ने कार्यक्रम स्टार्ट किया.
2016 तक कफ की समस्या से जूझ रहे केजरीवाल का मजाक बनाने वाले इस वाकये ने विज्ञान भवन में चल रहे कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री को पसोपेश में डाल दिया. उन्होंने दर्शकों से शांति बनाए रखने की भी अपील की. कार्यक्रम का आयोजन स्वच्छ गंगा राष्ट्रीय परियोजना और दिल्ली जल बोर्ड की ओर से यमुना स्वच्छता कार्यक्रम के उद्घाटन पर किया गया था. दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, राज्य के जल संसाधन मंत्री सत्यपाल सिंह और दिल्ली से भाजपा सांसद तथा कार्यकर्ता भी वहां उपस्थित थे. केजरीवाल के भाषण शुरू करते ही कुछ लोगों ने खांसने की आवाज निकाल कर उनका मजाक बनाया. तो नितिन गडकरी ने हस्तक्षेप कर कार्यक्रम को आगे बढ़ाया.
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