दिल्ली का प्रदूषण कम करने के लिए एक और इलेक्ट्रिक बस का आज से ट्रायल.
केजरीवाल सरकार ने गुरुवार को एक और इलेक्ट्रिक बस का ट्रायल शुरू किया है. परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने Olectra Greenchtech- BYD की इलेक्ट्रिक बस को ट्रायल के लिए हरी झंडी दिखाई. दिल्ली का प्रदूषण कम करने के लिए 1000 इलेक्ट्रिक बस दिल्ली के लिए खरीदने की योजना बनायीं गयी है. ट्रायल रन के दौरान जब इलेक्ट्रिक बस चलेगी तो यह अध्ययन किया जाएगा कि दिल्ली में इलेक्ट्रिक बस चलाने में किस किस तरह की तैयारियां जरूरी होगी. इस दौरान यह जांचा जाएगा कि एक इलेक्ट्रिक बस एक बार चार्ज होने पर कितना किलोमीटर चलेगी, एक बार चार्ज होने में कितना समय लेगी, कहां-कहां इलेक्ट्रिक बस को चार्ज करने के लिए चार्जिंग प्वाइंट चाहिए होंगे, बसों का मेंटेनेंस कैसे होगा इत्यादि.आदि सभी चीज़ें ट्रायल के दौरान पता चलेंगी.
पहले हो चुके हैं ट्रायल
दिल्ली में प्रदूषण कम करने के कई बार ट्रायल अलग ट्रायल कर चुकी है.नवंबर 2018 में दो इलेक्ट्रिक बसों के ट्रायल को हरी झंडी दिखाई जा चुकी है.
मार्च 2016 में भी इलेक्ट्रिक बस के ट्रायल को हरी झंडी दिखाई गई थी.
दिसंबर 2017 में प्रदूषण कम करने के लिए एंटी स्मॉग गन का ट्रायल किया जा चुका है.
जनवरी 2016 और अप्रैल 2016 में दिल्ली की सड़कों पर ऑड ईवन का ट्रायल किया जा चुका है.
दिल्ली सरकार का बयान
दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत के मुताबिक, 'बीते एक डेढ़ महीने में यह तीसरी बस है जिसको पायलट के तौर पर हम चला रहे हैं. हम उम्मीद कर रहे हैं कि बहुत जल्द इलेक्ट्रिक बसों का टेंडर जारी हो जाएगा. जहां तक बात है सीएनजी बसों की तो उनका टेंडर जारी किया जा चुका है और उम्मीद की जा रही है कि अप्रैल से जून के बीच में दिल्ली की सड़कों पर नई सीएनजी बसें चलना शुरू हो जाएंगी.
केजरीवाल सरकार ने 1000 इलेक्ट्रिक बस दिल्ली में चलने की योजना बनायीं है जिससे दिल्ली में प्रदूषण कम होगा.
केजरीवाल सरकार ने गुरुवार को एक और इलेक्ट्रिक बस का ट्रायल शुरू किया है. परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने Olectra Greenchtech- BYD की इलेक्ट्रिक बस को ट्रायल के लिए हरी झंडी दिखाई. दिल्ली का प्रदूषण कम करने के लिए 1000 इलेक्ट्रिक बस दिल्ली के लिए खरीदने की योजना बनायीं गयी है. ट्रायल रन के दौरान जब इलेक्ट्रिक बस चलेगी तो यह अध्ययन किया जाएगा कि दिल्ली में इलेक्ट्रिक बस चलाने में किस किस तरह की तैयारियां जरूरी होगी. इस दौरान यह जांचा जाएगा कि एक इलेक्ट्रिक बस एक बार चार्ज होने पर कितना किलोमीटर चलेगी, एक बार चार्ज होने में कितना समय लेगी, कहां-कहां इलेक्ट्रिक बस को चार्ज करने के लिए चार्जिंग प्वाइंट चाहिए होंगे, बसों का मेंटेनेंस कैसे होगा इत्यादि.आदि सभी चीज़ें ट्रायल के दौरान पता चलेंगी.
पहले हो चुके हैं ट्रायल
दिल्ली में प्रदूषण कम करने के कई बार ट्रायल अलग ट्रायल कर चुकी है.नवंबर 2018 में दो इलेक्ट्रिक बसों के ट्रायल को हरी झंडी दिखाई जा चुकी है.
मार्च 2016 में भी इलेक्ट्रिक बस के ट्रायल को हरी झंडी दिखाई गई थी.
दिसंबर 2017 में प्रदूषण कम करने के लिए एंटी स्मॉग गन का ट्रायल किया जा चुका है.
जनवरी 2016 और अप्रैल 2016 में दिल्ली की सड़कों पर ऑड ईवन का ट्रायल किया जा चुका है.
दिल्ली सरकार का बयान
दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत के मुताबिक, 'बीते एक डेढ़ महीने में यह तीसरी बस है जिसको पायलट के तौर पर हम चला रहे हैं. हम उम्मीद कर रहे हैं कि बहुत जल्द इलेक्ट्रिक बसों का टेंडर जारी हो जाएगा. जहां तक बात है सीएनजी बसों की तो उनका टेंडर जारी किया जा चुका है और उम्मीद की जा रही है कि अप्रैल से जून के बीच में दिल्ली की सड़कों पर नई सीएनजी बसें चलना शुरू हो जाएंगी.
केजरीवाल सरकार ने 1000 इलेक्ट्रिक बस दिल्ली में चलने की योजना बनायीं है जिससे दिल्ली में प्रदूषण कम होगा.
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