पुलवामा में हुए आतंकी हमले में शहीद जवानों की संख्या हुई 44, आतंकी हमले से देश भर में उबाल.
(44 soldiers killed in terror attack in Pulwama, boil across the country with terrorist attacks)पुलवामा में हुए आतंकी हमले में शहीद जवानों के नाम जारी किये जाने में देरी की वजह कई शवों का क्षत विक्षत होना है इस वजह से उनकी पहचान में देरी हुई. आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों का आंकड़ा 44 के करीब पहुंच गया है. हालांकि आधिकारिक तौर पर सीआरपीएफ ने 37 जवानों के शहीद होने की ही पुष्टि की है. सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी की बैठक में आज यानी शुक्रवार को गृहमंत्री राजनाथ सिंह के साथ सीआरपीएफ के डीजी भी शामिल होंगे,
उरी के बाद सबसे बड़ा आतंकी हमला हुआ है:-
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ पर हुए आतंकी हमले पर देश भर में उबाल है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने भी इस मुद्दे पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि यह कायराना कृत्य है और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. सबको इसका इंतजार है. हमले की घटना को केंद्र सरकार ने बेहद गंभीरता से लिया है. केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह आज शुक्रवार को कश्मीर का दौरा करेंगे और पुलवामा हमले के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करेंगे.
क्या बोलीं सोनिया गांधी:-
कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और यूपीए की चेयरमैन सोनिया गांधी ने कहा कि वह जम्मू कश्मीर में सीआरपीएफ के काफिले पर बर्बर हमले' को लेकर गुस्से में हैं. उन्होंने उम्मीद जताई कि इसके लिए जो जिम्मेदार है, उसको सजा मिलेगी. उन दोषियों को दंडित किया जायेगा. जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में बृहस्पतिवार को जैश-ए-मोहम्मद के एक आतंकवादी ने विस्फोटकों से लदे वाहन से सीआरपीएफ जवानों की बस को टक्कर मार दी, जिसमें 44 जवान शहीद हो गये और कई गंभीर रूप से घायल हो गये.
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