Shah Rukh Khan को इन सात बड़ी फिल्मों को भी नही मिल सका ऑस्कर,
(Shah Rukh Khan could not get these seven big films even Oscars)आज 91वां ऑस्कर अवॉर्ड समारोह आयोजित होने जा रहा है. यह फिल्मी दुनिया का सबसे बड़ा अवॉर्ड समारोह है.
कई बार हुआ है कि कई भारतीय फिल्में ऑस्कर के लिए नॉमिनेट तो की गईं लेकिन अवॉर्ड हासिल नहीं कर सकीं हैं.पिछले साल ऐसी ही फिल्म रही राजकुमार राव की न्यूटन इस फिल्म को भारत की तरफ से विदेशी भाषा में सर्वश्रेष्ठ फिल्म के ऑस्कर सम्मान के लिए आधिकारिक एंट्री मिली थी. हालांकि ये फिल्म अपनी श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ 9 फिल्मों में जगह बनाने में नाकाम रही और पुरस्कार की दौड़ से बाहर हो गई.
देवदास:-2002 में आई शाहरुख खान, ऐश्वर्या राय और माधुरी दीक्षित स्टारर इस फिल्म को भी ऑस्कर के लिए नॉमिनेट किया गया था. हालांकि ये फिल्म फाइनल से काफी पहले ही बाहर हो गई थी.
बर्फी:- रणबीर कपूर, प्रियंका चोपड़ा और इलियाना डीक्रूज की ये फिल्म 2012 में रिलीज हुई थी. ये फिल्म बहुत उम्मीदों के साथ भारत की तरफ से ऑस्कर के लिए नॉमिनेट की गई थी लेकिन इस फिल्म को भी अवॉर्ड नहीं मिला.
गाइड:- 1965 में देवानंद और वहीदा रहमान की क्लासिक फिल्म ने भारत भर में जबरदस्त सुर्खियां बटोरी थीं. लेकिन ये फिल्म भी महज ऑस्कर का नॉमिनेशन की हासिल कर सकी.
सारांश:- अनुपम खेर की ये क्लासिक और सबसे शानदार फिल्म 1984 में आई थी. इस फिल्म को भी भारत की तरह से ऑस्कर के लिए नॉमिनेट किया गया था.
फाइनल लिस्ट तक पहुंचने वाली फिल्मों में भी भारत की ओर से सिर्फ तीन फिल्मों के नाम महबूब खान की मदर इंडिया, मीरा नायर की 'सलाम बॉम्बे' और आशुतोष गोवारिकर की 'लगान' ही शामिल हैं.
2013 में रितेश बत्रा की 'लंच बॉक्स' को भेजा जा रहा था लेकिन इसकी बजाय ज्ञान कोरिया की 'द गुड रोड' को ऑस्कर में भेजा गया. ये फिल्म भी बिना ऑस्कर हासिल नही कर पाई.
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