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Monday, February 25, 2019

इस नई FD में फटाफट निवेश कर उठाए 10 फीसदी से ज्यादा का मुनाफा

इस नई FD में फटाफट निवेश कर उठाए 10 फीसदी से ज्यादा का मुनाफा.

(Profit in more than 10 per cent in this new FD investment)
अगर आप एफडी में पैसा लगाते चाहते हैं तो आपके लिए मोटा मुनाफा पाने का बड़ा मौका है. Future Enterprises Limited (FEL) ने नई एफडी पेश की है. इसमें निवेशक को 10.1 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा. आम निवेशकों को इसकी कम ही जानकारी होती है. इन्हें कॉर्पोरेट एफडी कहते हैं.


आइए जानते है इस नई एफडी के बारे में:-

10 हजार से करे शुरुआत:- एफईएल में एफडी कराने के लिए निवेशकों को न्यूनतम 10 हजार रुपये जमा कराना होगा. इसकी अवधि 1,2 या 3 साल हो सकती है. जिसके पास पैन कार्ड होगा वही इसमें निवेश कर सकता हैं
3 साल की अवधि के लिए इस योजना में Cumulative Scheme के तहत निवेश करते हैं तो आपको 10.1 फीसदी सालाना की दर से ब्याज मिलेगा. 
2 साल की अवधि के लिए यह दर 9.6 फीसदी और एक साल की अवधि के लिए यह दर 9.1 फीसदी है.Non-Cumulative Scheme के तहत निवेश करने पर आपको एक साल की अवधि के लिए 9फीसदी, दो साल की अवधि के लिए 9.5 फीसदी और 3 साल की अवधि के लिए 10 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा.
एफडी में किए गए निवेश पर मिलने वाला ब्याज टैक्स फ्री नहीं है. इस पर मिलने वाला ब्याज निवेशकों की अन्य स्रोत से आय में जोड़ा जाएगा और उस पर टैक्स कैलकुलेट किया जाएगा. हालांकि सालाना 5 हजार रुपये तक का ब्याज टैक्स-फ्री है. यह टैक्स कंपनी काटकर सरकार के पास जमा करेगी और आपको 15G/H फॉर्म सबमिट करना होगा.
बैंकों में निवेशकों की एफडी 1 लाख रुपये तक इंश्योर्ड होती है जबकि कंपनी में 20 हजार रुपये (ब्याज सहित जमा राशि) तक की एफडी ही इंश्योर्ड होती है.
कंपनी के डिफॉल्ट होने पर क्या होगा-फिक्स्ड इनकम इंवेस्टमेंट्स के रूप में जितने भी विकल्प निवेशकों के सामने होते हैं, उनमें रिस्क होने के मामले में कंपनी एफडी भी शामिल है. अगर कोई कंपनी डिफॉल्ट होती है तो पहले उसमें आपकी जो भी एफडी होती थी, वो पूरी डूब जाती थी. कंपनी एक्ट, 2013 में इस नियम में बदलाव कर निवेश को सुरक्षित किया गया. इस एक्ट के तहत सिर्फ वह कंपनियां ही पब्लिक से डिपॉजिट जुटा सकती हैं जिनकी कुल पूंजी 100 करोड़ रुपये से अधिक हो या उनका टर्नओवर 500 करोड़ रुपये से अधिक हो. बैंकों में निवेशकों की एफडी 1 लाख रुपये तक इंश्योर्ड होती है जबकि कंपनी में 20 हजार रुपये तक की एफडी ही इंश्योर्ड होती है.

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