कंगाल पाकिस्तान ने की अंतररराष्ट्रीय मुद्रा कोष से 8 अरब अमेरिकी डॉलर की मांग.
(pakistan's international monetary fund demanded us $ 8 billion)कर्ज में डूबे पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक और झटका लगा है. पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से मिलने वाले राहत पैकेज में कुछ देरी हो सकती है.
इसकी वजह यह बताई जा रही है वैश्विक ऋणदाता CPEC परियोजना पर पारदर्शिता बढ़ाने के लिए दबाव डाल रहे हैं और इस्लामाबाद से लिखित में गारंटी चाहते हैं कि उसकी तरफ से दी जाने वाली सहायता का इस्तेमाल चीन का कर्ज चुकाने के लिए नहीं किया जाएगा.
एक मीडिया रिपोर्ट के हवाले से यह जानकारी सामने आई है. पाकिस्तान अंतररराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से 8 अरब अमेरिकी डॉलर की मांग कर रहा है, ताकि वह खुद को भुगतान संतुलन की गंभीर स्थिति से बचा सके जो कि देश की अर्थव्यवस्था को मुश्किल में डाल सकता है.
IMF का एक दल विश्व बैंक के साथ ग्रीष्मकालीन बैठक के तुरंत बाद यहां आने वाला है. उन्होंने कहा था कि अप्रैल महीने के अंत तक राहत पैकेज पर हस्ताक्षर हो जाएंगे. सूत्रों ने बताया, 'अब IMF का दल अप्रैल के बजाय मई में यहां आ सकता है.
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