14 जून विश्व रक्तदान दिवस रक्तदान महादान
14 June-World Blood Donation Day-Blood Donation
14 जून को विश्व रक्तदान दिवस के रूप में मनाया जाता हैं। एक स्वस्थ व्यक्ति हर तीन महीने पर रक्तदान कर सकता है।
"आपका रक्तदान किसी को जीवनदान दे सकता है और आपको किसी का जीवन बचाने की संतुष्टि।"
आइये जानते हैं कि विश्व रक्तदान दिवस की शुरुआत कैसे हुई और समझते हैं इससे संबंधित कुछ भ्रांतियाँ :-
कार्ल लैंडस्टीनर वैज्ञानिक (Karl Landsteiner Scientist)के जन्मदिन के दिन हम विश्व रक्तदान दिवस मनाते हैं। उनका जन्म 14 जून 1868 को ऑस्ट्रिया - Austria में हुआ था। उन्होंने पता लगाया था कि एक व्यक्ति का खून बिना जांच के दूसरे को नहीं चढ़ाया जा सकता क्योंकि सभी मनुष्य का ब्लड ग्रुप (Blood Group) अलग होता है। प्रत्येक व्यक्ति के रक्त में मिलने वाले एक अहम तत्व आरएच फैक्टर (Element RH factor) की खोज की। इसके लिए उन्हें 1930 में नोबल पुरस्कार (Nobel Prize)से सम्मानित किया गया।
आइये जानते हैं भारत में सबसे ज्यादा बारी रक्तदान करने वाले वल्लभाचार्य पांडेय जी
(Vallabhacharya Pandey Ji) के बारे में।
वल्लभाचार्य पांडेय जी ने अब तक 81 बार रक्तदान किया है। 1989 में प्रयागराज मे एक बड़ा ट्रेन हादसा हुआ था। उस दौरान घायलों को बचाने के लिए रेलवे की तरफ से रक्तदान की सिफारिश की गई थी। तब उन्होंने पहली बार रक्तदान किया था। इसके बाद से वह रेग्युलर रक्तदान कर रहे हैं और दूसरों को भी रक्तदान के लिए जागरूक कर रहे हैं। वह बताते हैं कि उनका ब्लड ग्रुप ए पॉजिटिव है, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ( Prime Minister Narendra Modi ji) जब भी बनारस आते तब रक्तदान शिविर होती हैं और पांडेय जी रक्तदान करते हैं।
रक्तदान से संबंधित कुछ भ्रांतियाँ:-
Some misconceptions related to blood donation: -
1.रक्तदान दुबले लोग नहीं कर सकते। यह सच नहीं है दुबले लोग रक्तदान कर सकते हैं। बस रक्तदान करने के लिए न्यूनतम वजन 50 किलोग्राम होना चाहिए ।2. महिलाएं रक्तदान नहीं कर सकती हैं। यह बिल्कुल भी सच नहीं है। रक्तदान करने से पहले हीमोग्लोबिन की जांच होती है, जिन महिलाओं में हीमोग्लोबिन की मात्रा कम होती है, वह रक्तदान नहीं कर सकती।बाकी सभी महिलाएं रक्तदान कर सकती हैं।3. रक्तदान करने से तकलीफ होता है। यह सच नहीं है। रक्तदान बिल्कुल आसान प्रक्रिया है। रक्त लेने के लिए बस एक छोटा सा इंजेक्शन आपकी बाहों में इंजेक्ट किया जाता है, इसका आपको एहसास में नहीं होता है।4. शाकाहारी लोगों के लिए रक्तदान करना सही नहीं है। धारणा है की मीट खाने वालों को भरपूर आयरन मिलता है लेकिन शाकाहारी लोग भी भरपूर आयरन वाला भोजन कर रक्तदान कर सकते हैं।5. हमारे शरीर में रक्त सीमित है खून देना सही नहीं। यह तथ्य गलत है हमारी बॉडी में स्टीम सेल्स टूटकर खून के कई घटक बनाते रहते हैं यह सेल्स लगातार बनते हैं क्योंकि यह कुछ घंटों से लेकर 12 दिनों में खत्म हो जाते हैं।
"Donate your blood for a reason, let the reason to be life."
उम्मीद है कि आप रक्तदान के महत्व को समझेंगे और बराबर रक्तदान करेंगे।
लेखक ~ आकाश मिश्रा
Your precious blood saves some'sone life so if u are capable then donate you blood
ReplyDeletegood mission
ReplyDeleteProud to see the event
ReplyDelete