टिकट खिड़कियों की लंबी लाइन में लगकर टिकट खरीदने वालों के लिए बड़ी राहत है. पूरे भारत में आसानी से यात्री जनरल टिकट खरीद सकेंगे. लंबी लाइन में लगकर खिड़की से खरीदने की जरूरत नहीं होगी.
अभी तक सिर्फ रिजर्वेशन के टिकट बुक कराए जाते थे. यात्री जनरल टिकट भी इससे खरीदे जा सकते हैं. अब तक ये टिकट सिर्फ रेलवे के टिकट काउंटर पर ही मिलते थे. इसके लिए रेलवे का ऐप UTS अब पूरे भारत में काम करने लगेगा. दिवाली से ठीक पहले यात्रियों के लिए 1 नवंबर से यह सुविधा शुरू हो गई.
1- रेलवे स्टेशन पर लंबी कतारों में लगकर टिकट खरीदने के लिए प्रतीक्षा करना अब बीते समय की बात होगी, क्योंकि एक नवंबर से रेलवे पूरे देश में यूटीएस मोबाइल ऐप की शुरुआत करने जा रहा है.
2-यह योजना चार वर्ष पहले शुरू हुई लेकिन मुंबई को छोड़कर अन्य स्थानों पर यह सफल नहीं हुई. मुंबई में इसे सबसे पहले शुरू किया गया जहां बड़ी संख्या में लोग लोकल ट्रेनों से आवाजाही करते हैं. मुंबई के बाद इसे दिल्ली-पलवल और चेन्नई महानगर में शुरू किया गया.
3- रेलवे ने अभी तक योजना को अपने 15 जोन में लागू किया है. यह योजना उन लोगों के लिए भी है जो लंबी दूरी की यात्रा करने के लिए टिकट खरीदना चाहते हैं.
4- रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, 'हम लोगों को यूटीएस मोबाइल ऐप ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहित करने का प्रयास कर रहे हैं. संख्या बढ़ रही है और हमें उम्मीद है कि यात्रियों को जब इस ऐप के लाभ समझ में आएंगे तो वे ऑनलाइन टिकट खरीदेंगे.
5- चार वर्षों में इस ऐप के करीब 45 लाख पंजीकृत उपयोगकर्ता थे और इस पर औसतन प्रतिदिन करीब 87 हजार टिकट खरीदे जाते थे. इस ऐप का इस्तेमाल करने के लिए यात्रियों को स्टेशन से करीब 25 से 30 मीटर की दूरी पर रहना जरूरी है और इसके माध्यम से केवल चार टिकट खरीदने की अनुमति होगी.6- मोबाइल में डाउनलोड करना होगा UTS ऐप: यात्री को टिकट बुकिंग के लिए एक बार रजिस्ट्रेशन और लॉगइन करना होगा. एक पीएनआर पर अधिकतम चार यात्री की सफर कर पाएंगे. किस स्टेशन से चलना और कहां पर उतरना है. ये डालने के बाद टिकट बुक हो जाएगा. टिकट का भुगतान डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड और पेटीएम से कर पाएंगे.
1- रेलवे स्टेशन पर लंबी कतारों में लगकर टिकट खरीदने के लिए प्रतीक्षा करना अब बीते समय की बात होगी, क्योंकि एक नवंबर से रेलवे पूरे देश में यूटीएस मोबाइल ऐप की शुरुआत करने जा रहा है.
2-यह योजना चार वर्ष पहले शुरू हुई लेकिन मुंबई को छोड़कर अन्य स्थानों पर यह सफल नहीं हुई. मुंबई में इसे सबसे पहले शुरू किया गया जहां बड़ी संख्या में लोग लोकल ट्रेनों से आवाजाही करते हैं. मुंबई के बाद इसे दिल्ली-पलवल और चेन्नई महानगर में शुरू किया गया.
3- रेलवे ने अभी तक योजना को अपने 15 जोन में लागू किया है. यह योजना उन लोगों के लिए भी है जो लंबी दूरी की यात्रा करने के लिए टिकट खरीदना चाहते हैं.
4- रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, 'हम लोगों को यूटीएस मोबाइल ऐप ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहित करने का प्रयास कर रहे हैं. संख्या बढ़ रही है और हमें उम्मीद है कि यात्रियों को जब इस ऐप के लाभ समझ में आएंगे तो वे ऑनलाइन टिकट खरीदेंगे.
5- चार वर्षों में इस ऐप के करीब 45 लाख पंजीकृत उपयोगकर्ता थे और इस पर औसतन प्रतिदिन करीब 87 हजार टिकट खरीदे जाते थे. इस ऐप का इस्तेमाल करने के लिए यात्रियों को स्टेशन से करीब 25 से 30 मीटर की दूरी पर रहना जरूरी है और इसके माध्यम से केवल चार टिकट खरीदने की अनुमति होगी.6- मोबाइल में डाउनलोड करना होगा UTS ऐप: यात्री को टिकट बुकिंग के लिए एक बार रजिस्ट्रेशन और लॉगइन करना होगा. एक पीएनआर पर अधिकतम चार यात्री की सफर कर पाएंगे. किस स्टेशन से चलना और कहां पर उतरना है. ये डालने के बाद टिकट बुक हो जाएगा. टिकट का भुगतान डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड और पेटीएम से कर पाएंगे.
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