गगनयान परियोजना को मंजूरी के बाद अंतरिक्ष में 3 भारतीय भेजने वाला चौथा देश है भारत .
(After the approval of the Gaganan project, India is the fourth country to send 3 Indians in space)
भारत ने साल 2018 में अंतरिक्ष क्षेत्र में विशेष कीर्तिमान स्थापित किए हैं. इनमें से एक है गगनयान अभियान की घोषणा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अपने स्वतंत्रता दिवस के संबोधन में पांच महीने पहले परियोजना की घोषणा की थी और मंत्रिमंडल ने 9,023 करोड़ की इस परियोजना को मंजूरी दे दी.गगनयान परियोजना को मंजूरी दे दी जिसके तहत तीन सदस्यीय दल को कम से कम सात दिनों के लिए अंतरिक्ष में भेजा जाएगा. मिशन के तहत पृथ्वी की निचली कक्षा में तीन सदस्यीय दल को कम से कम सात दिनों के लिए भेजा जाएगा. इस मिशन के पूरा होने पर रूस, अमेरिका और चीन के बाद भारत चौथा ऐसा देश बन जाएगा, जो अपने अंतरिक्ष कार्यक्रम के तहत इंसान को अंतरिक्ष में भेजेगा. परियोजना पर पिछले कुछ समय से काम चल रहा था. इससे रोजगार सृजन होगा और एडवांस टेक्नोलॉजी में मानव संसाधानों को प्रशिक्षित किया जाएगा. तीनों अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर गगनयान के जरिये अरब सागर, बंगाल की खाड़ी या जमीन के किसी हिस्से पर उतर सकता है. उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि देश की आजादी की 75वीं वर्षगांठ से छह महीने पहले ही हासिल कर ली जाएगी.ऐसा करने वाला भारत चौथा देश बन जाएगा अगर वह टास्क पूरा कर लेते है तोकी संभव है.
(After the approval of the Gaganan project, India is the fourth country to send 3 Indians in space)
भारत ने साल 2018 में अंतरिक्ष क्षेत्र में विशेष कीर्तिमान स्थापित किए हैं. इनमें से एक है गगनयान अभियान की घोषणा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अपने स्वतंत्रता दिवस के संबोधन में पांच महीने पहले परियोजना की घोषणा की थी और मंत्रिमंडल ने 9,023 करोड़ की इस परियोजना को मंजूरी दे दी.गगनयान परियोजना को मंजूरी दे दी जिसके तहत तीन सदस्यीय दल को कम से कम सात दिनों के लिए अंतरिक्ष में भेजा जाएगा. मिशन के तहत पृथ्वी की निचली कक्षा में तीन सदस्यीय दल को कम से कम सात दिनों के लिए भेजा जाएगा. इस मिशन के पूरा होने पर रूस, अमेरिका और चीन के बाद भारत चौथा ऐसा देश बन जाएगा, जो अपने अंतरिक्ष कार्यक्रम के तहत इंसान को अंतरिक्ष में भेजेगा. परियोजना पर पिछले कुछ समय से काम चल रहा था. इससे रोजगार सृजन होगा और एडवांस टेक्नोलॉजी में मानव संसाधानों को प्रशिक्षित किया जाएगा. तीनों अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर गगनयान के जरिये अरब सागर, बंगाल की खाड़ी या जमीन के किसी हिस्से पर उतर सकता है. उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि देश की आजादी की 75वीं वर्षगांठ से छह महीने पहले ही हासिल कर ली जाएगी.ऐसा करने वाला भारत चौथा देश बन जाएगा अगर वह टास्क पूरा कर लेते है तोकी संभव है.
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