कमलनाथ कैबिनेट में एकलौते सपा विधायक को जगह ना मिलने पर नाराज अखिलेश ने कांग्रेस को कहा धन्यवाद.
मध्य प्रदेश में कमलनाथ कैबिनेट में एकलौते सपा विधायक को जगह ना मिलने पर पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने नाराजगी जाहिर की है। अखिलेश यादव ने कहा कि हम कांग्रेस का धन्यवाद देना चाहते हैं कि उन्होंने हमारे एक विधायक को मंत्री नहीं बनाया। राज्य में कांग्रेस का समर्थन करने के बावजूद ऐसा बर्ताव कर कम से कम समाजवादियों का रास्ता साफ कर दिया है। इस बयान के साथ ही ये संकेत मिलने लगे हैं कि सपा आने वाले दिनों में कांग्रेस से किनारा कर सकती है।कांग्रेस को भर कर सकती है.
2019 के लोकसभा चुनावों के दिन नजदीक आने के साथ ही राजनीतिक समीकरणों के बदलने के आसार नजर आने लगे हैं। अखिलेश ने कहा कि एमपी ने लोगों ने बीजेपी को बाहर करने के लिए भारी मन से कांग्रेस को वोट दिया था।इसलिए कांग्रेस की जीत हुई है.
यूपी में सपा-बसपा ने पहले ही कांग्रेस को संभावित गठबंधन से बाहर रखने का संकेत दिया था। वहीं, अखिलेश यादव ने कल तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के गठबंधन के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा था कि वे उनसे मुलाकात के लिये हैदराबाद जरुर जाएंगे। जाहिर है केसीआर लोकसभा चुनावों से पहले एक गैर-कांग्रेस, गैर-भाजपा गठबंधन बनाने के पक्षधर हैं।
सरकार बनाने में सहयोग करने के बावजूद, शपथ ग्रहण समारोह के दौरान न्यौते और विधायकों के मंत्री बनाए जाने को लेकर सपा-बसपा कांग्रेस से नाराज हैं। इसको लेकर सियासी गलियारे में चर्चा जोरों पर है कि सपा भी अब कांग्रेस से किनारा करने का मन बना चुकी है|और सपा कांग्रेस को भर कर देगी|
मध्य प्रदेश में कमलनाथ कैबिनेट में एकलौते सपा विधायक को जगह ना मिलने पर पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने नाराजगी जाहिर की है। अखिलेश यादव ने कहा कि हम कांग्रेस का धन्यवाद देना चाहते हैं कि उन्होंने हमारे एक विधायक को मंत्री नहीं बनाया। राज्य में कांग्रेस का समर्थन करने के बावजूद ऐसा बर्ताव कर कम से कम समाजवादियों का रास्ता साफ कर दिया है। इस बयान के साथ ही ये संकेत मिलने लगे हैं कि सपा आने वाले दिनों में कांग्रेस से किनारा कर सकती है।कांग्रेस को भर कर सकती है.
2019 के लोकसभा चुनावों के दिन नजदीक आने के साथ ही राजनीतिक समीकरणों के बदलने के आसार नजर आने लगे हैं। अखिलेश ने कहा कि एमपी ने लोगों ने बीजेपी को बाहर करने के लिए भारी मन से कांग्रेस को वोट दिया था।इसलिए कांग्रेस की जीत हुई है.
यूपी में सपा-बसपा ने पहले ही कांग्रेस को संभावित गठबंधन से बाहर रखने का संकेत दिया था। वहीं, अखिलेश यादव ने कल तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के गठबंधन के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा था कि वे उनसे मुलाकात के लिये हैदराबाद जरुर जाएंगे। जाहिर है केसीआर लोकसभा चुनावों से पहले एक गैर-कांग्रेस, गैर-भाजपा गठबंधन बनाने के पक्षधर हैं।
सरकार बनाने में सहयोग करने के बावजूद, शपथ ग्रहण समारोह के दौरान न्यौते और विधायकों के मंत्री बनाए जाने को लेकर सपा-बसपा कांग्रेस से नाराज हैं। इसको लेकर सियासी गलियारे में चर्चा जोरों पर है कि सपा भी अब कांग्रेस से किनारा करने का मन बना चुकी है|और सपा कांग्रेस को भर कर देगी|
No comments:
Post a Comment