जागरण फोरम 2018 में कांग्रेस पर हमला कर बोले मोदी पहले गरीबी खत्म कर देते तो कैसे लगाते गरीबी हटाओ का नारा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जागरण फोरम 2018 में गए और युवा उम्मीदों के भारत पर अपने विचार प्रस्तुत किये. प्रधानमंत्री मोदी बोले कि 'नए भारत की जब भी बात होती है तो 'मिनिमम गवर्नमेंट, मैक्सिमम गवर्नेंस' और सबका साथ, सबका विकास इसके मूल में है. इसके साथ ही मोदी ने कांग्रेस सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि अगर वे पहले गरीबी खत्म कर देते तो 'गरीबी हटाओ' का नारा कहा से लगाते.
जागरण फोरम 2018 में पीएम मोदी के भाषण की कुछ खास 10 बातें.
जागरण फोरम 2018 के उद्घाटन भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि नए भारत की हम जब भी बात करते हैं तो 'मिनिमम गवर्नमेंट, मैक्सिमम गवर्नेंस' और 'सबका साथ, सबका विकास' इसके मूल में है.
पीएम मोदी बोले कि देश का युवा आज खुद को स्टेक होल्डर मानने लगा है, सरकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है. उसको लगने लगा है कि उनकी आवाज़ सुनी जा रही है. यही कारण है कि सरकार और सिस्टम पर विश्वास आज अभूतपूर्व स्तर पर है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि मंजिलों की कमी नहीं थी, नीयत की कमी थी. पैसों की कमी नहीं थी, पैशन की कमी थी. सोलूशन्स की कमी नहीं थी, संवेदना की कमी थी. सामर्थ्य की कमी नहीं थी, कार्यसंस्कृति की कमी थी.
पीएम मोदी ने कहा कि अभी कुछ दिनो पहले एक व्यक्ति ने पत्र लिखकर धन्यवाद किया है. उसने पत्र इसलिए लिखा है क्योंकि मेघालय क़ो पहली बार ट्रेन सेवा से जुड़ गया है. कल्पना कर सकते हैं कि हमारे सत्ता में आने से पहले मेघालय, मिजोरम और त्रिपुरा में रेल मैप में ही नहीं थे. सोचिए, आखिर क्यों आजादी के 67 साल तक केवल 38 प्रतिशत ग्रामीण घरों में ही शौचालय बने और कैसे केवल चार साल में 95 प्रतिशत ग्रामीण घरों को शौचालय बने . और आजादी के 67 साल बाद भी केवल 55 प्रतिशत बस्तियों, टोले और गांव तक ही सड़क पहुंची थी और कैसे केवल चार साल में सड़क संपर्क को बढ़ाकर 90 फीसदी से ज्यादा बस्तियों, गांव, टोलों तक पहुंचा दिया गया है .
प्रधानमंत्री ने कहा सोचिए कि आखिर क्यों, जब GST नहीं लागू हुआ था, हमारे देश में Indirect Tax सिस्टम से 66 लाख उद्यमी ही रजिस्टर्ड थे और अब GST के लागू होने के बाद 54 लाख नए लोगों ने रजिस्टर कराया है.
जागरण फोरम में पीएम मोदी ने कहा कि जब हमारे देश के गरीब, शोषित और वंचितों को सारी सुविधाएं उपलब्ध हो जाएंगी, उन्हें शौचालय, बिजली, बैंक अकाउंट, गैस कनेक्शन जैसी सभी चीजों से मुक्ति मिल जाएगी, तो फिर मेरे देश के गरीब खुद ही अपनी गरीबी को खत्म कर देंगे.
कांग्रेस सरकारों पर हमला करते हुए कहा कि बीते चार वर्षों में आप इस बदलाव देख भी रहें हैं. पहले इसलिए नहीं हुआ क्योंकि गरीबी कम हो जाएगी, तो 'गरीबी हटाओ' का नारा कैसे दे पाएंगे.
पीएम मोदी ने कहा, 'आज हम अधिकतर लोगों को सभी मूलभूत सुविधाएं देने के करीब पहुंच चुके है.प्रधानमंत्री ने कहा कि, जो आर्थिक अपराध करने वाले हैं, भगोड़े हैं, उनको दुनिया में कहीं भी सुरक्षित पनाहगाह ना मिले इसके लिए भारत ने कुछ सुझाव अंतरराष्ट्रीय समुदाय के बीच रखे हैं. मुझे विश्वास है कि हमारी मेहनत रंग लाएगी.
जागरण फोरम में मोदी अपने भाषण का अंत करते हुए बोले कि विकास की पंचधारा यानी बच्चों को पढ़ाई, युवा को कमाई, बुजुर्गों को दवाई, किसान को सिंचाई और जन-जन की सुनवाई, इसी को केंद्र में रखते हुए सरकार लगातार आगे बढ़ रही है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जागरण फोरम 2018 में गए और युवा उम्मीदों के भारत पर अपने विचार प्रस्तुत किये. प्रधानमंत्री मोदी बोले कि 'नए भारत की जब भी बात होती है तो 'मिनिमम गवर्नमेंट, मैक्सिमम गवर्नेंस' और सबका साथ, सबका विकास इसके मूल में है. इसके साथ ही मोदी ने कांग्रेस सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि अगर वे पहले गरीबी खत्म कर देते तो 'गरीबी हटाओ' का नारा कहा से लगाते.
जागरण फोरम 2018 में पीएम मोदी के भाषण की कुछ खास 10 बातें.
जागरण फोरम 2018 के उद्घाटन भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि नए भारत की हम जब भी बात करते हैं तो 'मिनिमम गवर्नमेंट, मैक्सिमम गवर्नेंस' और 'सबका साथ, सबका विकास' इसके मूल में है.
पीएम मोदी बोले कि देश का युवा आज खुद को स्टेक होल्डर मानने लगा है, सरकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है. उसको लगने लगा है कि उनकी आवाज़ सुनी जा रही है. यही कारण है कि सरकार और सिस्टम पर विश्वास आज अभूतपूर्व स्तर पर है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि मंजिलों की कमी नहीं थी, नीयत की कमी थी. पैसों की कमी नहीं थी, पैशन की कमी थी. सोलूशन्स की कमी नहीं थी, संवेदना की कमी थी. सामर्थ्य की कमी नहीं थी, कार्यसंस्कृति की कमी थी.
पीएम मोदी ने कहा कि अभी कुछ दिनो पहले एक व्यक्ति ने पत्र लिखकर धन्यवाद किया है. उसने पत्र इसलिए लिखा है क्योंकि मेघालय क़ो पहली बार ट्रेन सेवा से जुड़ गया है. कल्पना कर सकते हैं कि हमारे सत्ता में आने से पहले मेघालय, मिजोरम और त्रिपुरा में रेल मैप में ही नहीं थे. सोचिए, आखिर क्यों आजादी के 67 साल तक केवल 38 प्रतिशत ग्रामीण घरों में ही शौचालय बने और कैसे केवल चार साल में 95 प्रतिशत ग्रामीण घरों को शौचालय बने . और आजादी के 67 साल बाद भी केवल 55 प्रतिशत बस्तियों, टोले और गांव तक ही सड़क पहुंची थी और कैसे केवल चार साल में सड़क संपर्क को बढ़ाकर 90 फीसदी से ज्यादा बस्तियों, गांव, टोलों तक पहुंचा दिया गया है .
प्रधानमंत्री ने कहा सोचिए कि आखिर क्यों, जब GST नहीं लागू हुआ था, हमारे देश में Indirect Tax सिस्टम से 66 लाख उद्यमी ही रजिस्टर्ड थे और अब GST के लागू होने के बाद 54 लाख नए लोगों ने रजिस्टर कराया है.
जागरण फोरम में पीएम मोदी ने कहा कि जब हमारे देश के गरीब, शोषित और वंचितों को सारी सुविधाएं उपलब्ध हो जाएंगी, उन्हें शौचालय, बिजली, बैंक अकाउंट, गैस कनेक्शन जैसी सभी चीजों से मुक्ति मिल जाएगी, तो फिर मेरे देश के गरीब खुद ही अपनी गरीबी को खत्म कर देंगे.
कांग्रेस सरकारों पर हमला करते हुए कहा कि बीते चार वर्षों में आप इस बदलाव देख भी रहें हैं. पहले इसलिए नहीं हुआ क्योंकि गरीबी कम हो जाएगी, तो 'गरीबी हटाओ' का नारा कैसे दे पाएंगे.
पीएम मोदी ने कहा, 'आज हम अधिकतर लोगों को सभी मूलभूत सुविधाएं देने के करीब पहुंच चुके है.प्रधानमंत्री ने कहा कि, जो आर्थिक अपराध करने वाले हैं, भगोड़े हैं, उनको दुनिया में कहीं भी सुरक्षित पनाहगाह ना मिले इसके लिए भारत ने कुछ सुझाव अंतरराष्ट्रीय समुदाय के बीच रखे हैं. मुझे विश्वास है कि हमारी मेहनत रंग लाएगी.
जागरण फोरम में मोदी अपने भाषण का अंत करते हुए बोले कि विकास की पंचधारा यानी बच्चों को पढ़ाई, युवा को कमाई, बुजुर्गों को दवाई, किसान को सिंचाई और जन-जन की सुनवाई, इसी को केंद्र में रखते हुए सरकार लगातार आगे बढ़ रही है.
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