विराट कोहली बने विदेशी धरती पर ऐसा कारनामा करने वाले तीसरे कप्तान.
टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने बॉक्सिंग डे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को 399 रनों का जीता का लक्ष्य दिया, जो कि मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर मुश्किल चुनौती है. जबकि आखिरी बार इस मैदान पर जनवरी 1929 में इंग्लैंड ने चौथी पारी में 332/7 का स्कोर बनाकर जीत हासिल की थी. क्या 90 साल बाद इस कारनामें को ऑस्ट्रेलिया कर पाएगी, यह कहना बेहद मुश्किल है.की वह इस कारनामें को कर पाएगी या नहीं. सीरीज में 2-0 की बढ़त लेने की इस जंग में विराट कोहली ने पहली पारी सात विकेट पर 443 रन तो दूसरी पारी आठ विकेट पर 106 रन बनाकर घोषित की. पहली पारी में 292 रन की बढ़त के साथ भारत ने मेजबान टीम को 399 रन का लक्ष्य दिया है.
भारतीय टीम ने टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सिर्फ तीसरी बार विदेशी धरती पर अपनी दोनों पारियां घोषित की हैं. भारत ने पहली बार सौरव गांगुली की कप्तानी में 2004 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में अपनी दोनों पारियां घोषित की थीं और मैच ड्रॉ रहा था. दूसरी बार राहुल द्रविड़ की कप्तानी में ऐसा हुआ था. उन्होंने 2007 में बांग्लादेश के खिलाफ चटगांव में पहली पारी (387/8) और दूसरी पारी (100/6) घोषित की थी और संयोग वाली बात ये है कि ये टेस्ट भी ड्रॉ रहा था.ये कारनामा करने वाले विराट तीसरे कप्तान बन गए है.
टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने बॉक्सिंग डे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को 399 रनों का जीता का लक्ष्य दिया, जो कि मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर मुश्किल चुनौती है. जबकि आखिरी बार इस मैदान पर जनवरी 1929 में इंग्लैंड ने चौथी पारी में 332/7 का स्कोर बनाकर जीत हासिल की थी. क्या 90 साल बाद इस कारनामें को ऑस्ट्रेलिया कर पाएगी, यह कहना बेहद मुश्किल है.की वह इस कारनामें को कर पाएगी या नहीं. सीरीज में 2-0 की बढ़त लेने की इस जंग में विराट कोहली ने पहली पारी सात विकेट पर 443 रन तो दूसरी पारी आठ विकेट पर 106 रन बनाकर घोषित की. पहली पारी में 292 रन की बढ़त के साथ भारत ने मेजबान टीम को 399 रन का लक्ष्य दिया है.
भारतीय टीम ने टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सिर्फ तीसरी बार विदेशी धरती पर अपनी दोनों पारियां घोषित की हैं. भारत ने पहली बार सौरव गांगुली की कप्तानी में 2004 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में अपनी दोनों पारियां घोषित की थीं और मैच ड्रॉ रहा था. दूसरी बार राहुल द्रविड़ की कप्तानी में ऐसा हुआ था. उन्होंने 2007 में बांग्लादेश के खिलाफ चटगांव में पहली पारी (387/8) और दूसरी पारी (100/6) घोषित की थी और संयोग वाली बात ये है कि ये टेस्ट भी ड्रॉ रहा था.ये कारनामा करने वाले विराट तीसरे कप्तान बन गए है.
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