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Saturday, January 12, 2019

सपा और बसपा के गठबंधन पर कांग्रेस ने कहा हमे अनदेखा करना पड़ सकता है भारी

सपा और बसपा के गठबंधन पर कांग्रेस ने कहा हमे अनदेखा करना पड़ सकता है भारी.

(Congress on the alliance of SP and BSP said we may have to ignore heavy)
लोकसभा चुनाव 2019 में उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव और मायावती के बीच संभावित सपा-बसपा गठबंधन से अलग रखे जाने पर कांग्रेस ने यूपी के दोनों बड़े नेताओं को संदेश देते हुए कहा है कि कांग्रेस पार्टी की अनदेखी करना खतरनाक गलती हो सकती है. कांग्रेस पार्टी को नजरअंदाज न करे
मायावती की बसपा और अखिलेश यादव की सपा ने लोकसभा चुनाव 2019 में साथ-साथ चुनाव लड़ने का फैसला किया है, जिसका औपचारिक ऐलान आज लखनऊ में होगा. 

सपा-बसपा गठबंधन पर उनका कहना है कि राज्य में बीजेपी को जीत से रोकने लिए दोनों ने गठबंध किया है. पहले कांग्रेस भी इस गठबंधन में शामिल थी. पहले यूपी में बसपा-सपा और कांग्रेस के बीच गठबंधन की बात चल रही थी, मगर कुछ दिनों पहले दिल्ली में मायावती और अखिलेश यादव के बीच मुलाकात ने यह संकेत दे दिये कि राज्य में सपा और बसपा के बीच गठबंधन होगा और कांग्रेस को इसमें शामिल नहीं किया जाएगा. सपा-बसपा गठबंधन में अगर कांग्रेस दो सीटों पर मान जाती है तो उसे साथ रखा जाएगा.
उत्तर प्रदेश की ये दोनों बड़ी पार्टियां यानी सपा-बसपा 37-37 लोकसभा सीटों पर साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगी. उत्तर प्रदेश में लोकसभा की कुल 80 सीटें हैं. 

बसपा-सपा गठबंधन में अमेठी और रायबरेली की सीटें छोड़ दी जाएंगी और वहां किसी भी उम्मीदवार को नहीं उतारा जाएगा.
कांग्रेस राज्य में एक स्थापित पार्टी है ... हम मुश्किल समय में गिर सकते हैं, मगर हमें नजरअंदाज करना एक खतरनाक भूल (गलती) होगी. बता दें कि अखिलेश यादव ने एनडीटीवी से कहा था कि सपा-बसपा गठबंधन में कांग्रेस शामिल होगी या नहीं इस पर वह अभी कुछ नहीं बोलेंगे, मगर यह जरूर कहा कि वह यूपी में कांग्रेस के लिए दो सीटें छोड़ने के लिए तैयार हैं.अखिलेश यादव ने यूपी में बन रहे इस गठबंधन में कांग्रेस को साथ लेने के सवाल पर कहा कि कांग्रेस के बारे में कुछ नहीं कह सकता. कांग्रेस राष्ट्रीय पार्टी है. यूपी में कांग्रेस पार्टी के नेता हैं. लेकिन गठबंधन में किस तरीके से साथ होगा, या नहीं होगा, अभी कह पाना मुश्किल है. क्या दिल से यह चाहेंगे कि कांग्रेस भी साथ आ जाए कल गठबंधन का ऐलान होना है. गठबंधन की बात पहले हो जाए, तब कुछ कहूंगा. मैं मानता हूं कि बहुत जल्दबाजी नहीं करना चाहिए. बाद में सोचेंगे कि आगे कैसे रास्ता निकलेगा. क्या यह बेमेल गठबंधन है ? या फिर आप लोग मोदी हेट की वजह से साथ आए हैं. उन्होंने कहा कि बीजपी से सीख कर हम अपना वोट बढ़ाएंगे.

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