कलाई के दर्द को नजरअंदाज करने कर भुगतने पड़ सकते हैं ये परिणाम.
(These results may be due to neglecting the pain of the wrist)कलाई में अचानक होने वाला दर्द कई बार इतना बढ़ जाता है कि सहन करना ही मुश्किल हो जाता है। अगर आप नजरंदाज करते है तो सर्जरी की नौबत भी आ सकती है।
जाने क्यों होता है कलाई में दर्द:-
घंटों कंप्यूटर पर लिखते रहने या भारी वजन वाली चीज उठाने से अचानक कलाई में तेज दर्द होने लगता है। कई बार हम इस दर्द को नजरअंदाज कर देते हैं, जो आगे चलकर बड़ी परेशानी बन सकता है.कलाई में दर्द की समस्या पुरुषों की तुलना में महिलाओं को ज्यादा होती है। ठंड के मौसम में यह दर्द अधिक बढ़ जाता है। पुरानी चोट भी कलाई दर्द का कारण हो सकती है। उस समय बहुत पता नहीं चलता, पर बाद में अचानक ही दर्द उभर आता है। ऐसे में हड्डी से जुड़ी किसी भी चोट को विशेषज्ञ को दिखा लेना बेहतर रहता है।
बहुत काम के हैं उपाय:-
- सुबह और शाम के समय दर्द-निवारक तेल से मालिश करनी चाहिए।
- कुछ समय के लिए कलाई को जितना अधिक हो, आराम दें।
- दर्द के दौरान कलाई को बहुत अधिक हिलाएं-डुलाएं नहीं।
- वजनी चीजें उठाने से बचें।
- कंप्यूटर पर कोई भी काम लगातार हाथों के बल कर रहे हैं तो बीच-बीच में हाथों को आराम दें।
- स्माइली बॉल से कुछ देर व्यायाम करें।
- जब कभी भी कलाई में दर्द हो तो बर्फ की सिंकाई करें। ऐसा करने से दर्द में राहत मिलती है।
उपायों को अपनाएं:-
कलाई में बहुत अधिक दर्द है या फिर जल्दी-जल्दी ऐसा हो रहा है तो डॉक्टर को दिखाने के साथ आपको अपने काम करने के तरीकों में भी बदलाव करने की जरूरत है। फिजियो थेरेपी और दवाओं से जल्दी ही आराम आ जाता है।
कलाई की सही मुद्रा:-
कलाई को सही मुद्रा में रखना भी बेहद जरूरी है। कंप्यूटर पर काम करते समय लंबे समय तक कलाई को सही ढंग से मेज पर ना रखना, लगातार एक ही हाथ से काम करना, उंगलियों को आराम न देना या लगातार भारी मोबाइल को हाथ में पकड़े रहना दर्द का कारण बन सकता है।
व्यायाम है जरूरी :-
शरीर के सभी हिस्सों तक रक्त संचार ढंग से नहीं होना भी कलाई दर्द का कारण हो सकता है। नियमित व्यायाम से रक्त संचार नियमित होता है और धीरे-धीरे कलाई वाली जगह पर ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ जाती है। कलाई का हल्का व्यायाम करना आसपास के हिस्सों की नसों और मांसपेशियों को लचीला बनाता है, जो दर्द में आराम देता है।
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