आर टी आई से हुआ है बड़ा खुलासा लोकसभा चुनाव से पहले नोटबंदी पर घिर सकती है मोदी सरकार - Find Any Thing

RECENT

Monday, March 11, 2019

आर टी आई से हुआ है बड़ा खुलासा लोकसभा चुनाव से पहले नोटबंदी पर घिर सकती है मोदी सरकार

आर टी आई से हुआ है बड़ा खुलासा लोकसभा चुनाव से पहले नोटबंदी पर घिर सकती है मोदी सरकार

The RTI has led to the big disclosure that the Modi government will be responsible for the ban before the Lok Sabha elections
इस खुलासे के बाद एक बार फिर नोटबंदी को लेकर सवाल खड़ा हो गया है एक ओर जहां मोदी सरकार नोटबंदी के फैसले को उपलब्धि बता रही है| और दावा कर रही है कि इससे काला धन और भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने में कामयाबी मिली हैं वहीं सरकार और आरबीआई के बीच मतभेद की बातें भी सामने आ रही हैंलोकसभा चुनाव से पहले नोटबंदी पर घिर सकती है मोदी सरकार आर टी आई से हुआ है बड़ा खुलासा नवंबर 2016 को नोटबंदी का ऐलान हुआ खास बाते नोटबंदी पर आर बी आई से सलाह नहीं वित्त मंत्रालय से भी मतभेदक्या नवंबर 2016 में प्रधानमंत्री ने नोटबंदी का ऐलान आरबीआई  की मंज़ूरी के बिना कर दिया था| डेक्कन हेराल्ड में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक आरटीआई से मिली जानकारी यही बताती है|
बताया जा रहा है कि आरबीआई बोर्ड की बैठक नोटबंदी के ऐलान के बस ढाई घंटे पहले शाम 5 बज कर तीस मिनट पर हुई थी और बोर्ड की मंज़ूरी मिले बिना प्रधानमंत्री ने नोटबंदी का ऐलान कर दिया था| 
आरबीआई ने 16 दिसंबर, 2016 को सरकार को प्रस्ताव की मंज़ूरी भेजी यानी ऐलान के 38 दिन बाद आरबीआई ने ये मंज़ूरी भेजी है| आरटीआई ऐक्टिविस्ट वेंकटेश नायक द्वारा जुटाई गई इस जानकारी में और भी अहम सूचनाएं हैं. इसके मुताबिक वित्त मंत्रालय के प्रस्ताव की बहुत सारी बातों से आरबीआई बोर्ड सहमत नहीं था. मंत्रालय के मुताबिक 500 और 1000 के नोट 76% और 109% की दर से बढ़ रहे थे जबकि अर्थव्यवस्था 30% की दर से बढ़ रही थी. आरबीआई बोर्ड का मानना था कि मुद्रास्फीति को ध्यान में रखते हुए बहुत मामूली अंतर हैआरबीआई के निदेशकों का कहना था कि काला धन कैश में नहीं, सोने या प्रॉपर्टी की शक्ल में ज़्यादा है |
 नोटबंदी का काले धन के कारोबार पर बहुत कम असर पड़ेगा इतना ही नहीं निदेशकों का कहना था कनोटबंदी का अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ेगा 
इस खुलासे के बाद एक बार फिर नोटबंदी को लेकर सवाल खड़ा हो गया है एक ओर जहां मोदी सरकार नोटबंदी के फैसले को उपलब्धि बता रही है और दावा कर रही है कि इससे काला धन और भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने में कामयाबी मिली हैं वहीं सरकार और आरबीआई के बीच मतभेद की बातें भी सामने आ रही हैं. गौरतलब है कि नोटबंदी और जीएसटी को लोकसभा चुनाव में पक्ष और विपक्ष दोनों ही बड़ा मुद्दा बना रही हैं. लेकिन अब आरटीआई से हुए इस खुलासे के बाद मोदी सरकार फिर सवालों के घेरे में है. विपक्ष का कहना है कि नोटबंदी का लघु और मझोले उद्योगों पर बुरा असर पड़ा है देश की विकास दर कम हो गई हैक्‍या सरकार रोजगार में गिरावट को छुपा रही है|

No comments:

Post a Comment

Pages